मुम्बई:लखनऊ सुपर जाएंट्स के कप्तान केएल राहुल पूर्व कप्तान विराट कोहली को पछाड़ते हुए टी20 में सबसे तेज छह हजार रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
राहुल इस साल आईपीएल में नयी टीम लखनऊ सुपर जाएंट्सकी कप्तानी कर रहे हैं। लखनऊ की टीम को मंगलवार का रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन राहुल ने इस मैच में 30 रन की अपनी पारी के दौरान एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया।
इसी के साथ राहुल टी20 में सबसे तेज छह हजार रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए। राहुल से पहले ये रिकॉर्ड विराट कोहली के नाम था। राहुल ने ये कारनामा 166वीं पारी में पूरा किया जबकि विराट कोहली ने 6000 रन 184 पारी में पूरे किए थे।
शिखर धवन ने 214 पारियों, सुरेश रैना ने 217 पारियों और रोहित शर्मा ने 228 पारियों में 6000 रन पूरे किये थे।राहुल ने अब तक कुल 179 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 43.52 की औसत से 6007 रन बनाए हैं। टी20 क्रिकेट में उनके नाम 50 अर्धशतक और 5 शतक भी दर्ज हैं। आईपीएल में उन्होंने 101 मैचों में 47.17 की औसत से कुल 3538 रन बनाए हैं। मौजूदा सीजन में उन्होंने 7 मैचों में 44.17 की औसत से 265 रन बनाए हैं और 1 शतक भी लगा चुके हैं।
बतौर कप्तान गेंदबाजों पर ठीकरा फोड़ा
बल्लेबाजी में भले ही उन्होंने यह रिकॉर्ड बना लिया हो लेकिन लखनऊ को बैंगलोर से मैच गंवाना पड़ा। लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान केएल राहुल ने कहा कि उनके गेंदबाज टीम की रणनीति के अनुसार चलने में नाकाम रहे और उन्होंने यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) की 18 रन की जीत में फाफ डुप्लेसी को कप्तानी पारी खेलने का मौका मिला।
आरसीबी के कप्तान डुप्लेसी ने 64 गेंदों में 96 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम का स्कोर छह विकेट पर 181 रन तक पहुंचाया। इसके जवाब लखनऊ की टीम आठ विकेट पर 163 रन ही बना पायी।
राहुल ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम इससे बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे क्योंकि हम जानते थे कि विकेट कैसा है और किस लेंथ में गेंदबाजी करनी है। हमें लंबे समय तक इसी रणनीति पर टिके रहने की जरूरत थी।
उन्होंने कहा, कभी-कभी हम अपनी रणनीति के अनुसार नहीं चल पाते हैं। हमें कोशिश करनी चाहिए थी बल्लेबाज हमारी गेंदों का अनुमान नहीं लगा पाये। इस तरह की पिच पर जिस पर अनुमान लगाना आसान होता है यदि हमने सही क्षेत्र में गेंदबाजी की होती तो हम बीच के ओवरों में दो-तीन विकेट और निकालकर उन पर दबाव बना सकते थे।
राहुल ने हालांकि डुप्लेसी की प्रशंसा की और उनकी पारी को सर्वश्रेष्ठ कप्तानी पारियों में से एक करार दिया।
उन्होंने कहा, यह बल्लेबाजी के लिये आसान विकेट नहीं था लेकिन उन्होंने (डुप्लेसी) पारी अच्छी तरह से संवारी। हमारे शीर्ष तीन या चार बल्लेबाजों में से किसी एक को उस तरह की पारी खेलने की जरूरत थी।
राहुल ने कहा, इससे हमारे पास मैच जीतने का अच्छा मौका होता, लेकिन हम साझेदारियां नहीं निभा पाये। उन्होंने बेहतरीन पारी खेली। यह सर्वश्रेष्ठ कप्तानी पारियों में से एक थी।