लय में लौटने की कोशिश करेगी मुंबई

Webdunia
रविवार, 26 अप्रैल 2009 (17:10 IST)
पिछले दो मैचों में जीत से महरूम सचिन तेंडुलकर की अगुआई वाली मुंबई इंडियन्स की टीम सोमवार को यहाँ कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग मैच में जीत की लय पर लौटने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

तेंडुलकर और उनके साथियों ने पहले मैच में पिछले साल फाइनल में पहुँचने वाले चेन्नई सुपर किंग्स पर 19 रन की जीत के साथ शानदार शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद टीम के लिए कुछ भी अच्छा नहीं हुआ है। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उसका मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया जबकि कल रात उसे डेक्कन चार्जर्स के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी।

नाइट राइडर्स का भाग्य भी उसके साथ नहीं रहा और मैदान के बाहर के विवादों के कारण ब्रैंडन मैक्कुलम की टीम का ध्यान भंग हुआ है। टीम ने डेक्कन चार्जर्स के हाथों पहले मैच में शिकस्त के बाद किंग्स इलेवन पंजाब पर जीत के साथ वापसी की थी लेकिन राजस्थान रायल्स के खिलाफ उसे सुपर ओवर में हार का सामना करना पड़ा।

किंग्स इलेवन के खिलाफ कोलकाता की टीम को बारिश का फायदा मिला तो कल चेन्नई सुपर किंग्स के साथ उसे अंक बाँटने पड़े। कल के मैच में बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी।

कागजों पर मुंबई इंडियन्स की टीम कोलकाता की टीम के मुकाबले अधिक मजबूत नजर आती है। हालाँकि अब तक दोनों टीमें एक-एक मैच जीतने में ही सफल रही हैं।

तेंडुलकर लगातार अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं लेकिन उनके सलामी जोड़ीदार सनथ जयसूर्या के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता। जेपी डुमिनी ने कल के मैच में बल्लेबाजी में हाथ दिखाए जबकि अभिषेक नायर का बल्ला भी रन उगल रहा है।

शिखर धवन और ड्वेन ब्रावो फॉर्म में नहीं हैं, जो तेंडुलकर के लिए चिंता का सबब हो सकता है। दूसरी तरफ क्रिस गेल और सौरव गांगुली के अलावा केकेआर टीम के बल्लेबाज अपनी छाप छोड़ने में विफल रहे है जबकि कप्तान मैक्कुलम ने भी अब तक निराश ही किया है।

ट्वेंटी-20 विशेषज्ञ के रूप में ब्रैड हाज की प्रतिष्ठा को झटका लगा है जबकि मोइसेस हेनरिक्स, आकाश चोपड़ा, संजय बांगड़ और यशपालसिंह अब तक मिले सीमित मौकों का फायदा नहीं उठा पाए हैं।

गेंदबाजी में भी मुंबई इंडियन्स की टीम अधिक मजबूत नजर आती है, जिसके तेज गेंदबाज जहीर खान और लसिथ मलिंगा ने प्रभावित किया है जबकि स्पिन विभाग में हरभजनसिंह ने धारदार गेंदबाजी की है।

केकेआर के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने औसत प्रदर्शन किया है जबकि नवोदित अनुरीतसिंह ने अपने जज्बे से सबका दिल जीता है।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?