सिर्फ चौके-छक्के ही काफी नहीं होते:धोनी

Webdunia
शुक्रवार, 15 मई 2009 (09:43 IST)
बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स से दो विकेट से हार के साथ आईपीएल टू में लगातार पाँच जीत का सिलसिला टूटने से दु:खी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने खराब फील्डिंग और बल्लेबाजी को दोषी ठहराते हुए कहा कि हमेशा चौके-छक्के लगाने से ही काम नहीं चलता।

धोनी ने कहा इस प्रदर्शन से मैं कतई खुश नहीं हूँ। बल्लेबाजों को समझना चाहिए कि सिर्फ चौके-छक्के लगाने से ही काम नहीं चलता। हालात के मुताबिक बल्लेबाजी करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि 129 रन का स्कोर अच्छा नहीं कहा जाएगा। हमें 20 रन और बनाने चाहिए थे लेकिन हेडन और मेरे आउट होने के बाद लगातार विकेट गिरते गए।

टूर्नामेंट में शुरुआत से अपने खिलाड़ियों की फील्डिंग से नाखुश धोनी ने कहा इस तरह की फील्डिंग से काम नहीं चलेगा। हमें हर हालत में सुधार करना होगा। युवा खिलाड़ियों को मैदान पर चुस्ती दिखानी होगी। जीत के इतने करीब पहुँचकर हारना बुरा लग रहा है।

उन्होंने हालाँकि यह भी कहा कि लगातार पाँच जीत का सिलसिला कहीं तो टूटना ही था। वहीं विजयी कप्तान अनिल कुंबले ने अपने गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि चेन्नई को 129 रन पर रोकना बड़ी उपलब्धि थी। गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और फील्डरों ने कुछ अच्छे कैच लपके। खासकर हेडन और धोनी का कैच अद्‍भुत था।

उन्होंने कहा कैलिस ने गेंदबाजी में अच्छी शुरुआत दिलाई और सभी गेंदबाजों ने उसका साथ दिया। हम हेडन को जल्दी आउट करना चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया हालाँकि मैं गेंदबाजों के प्रदर्शन से बहुत खुश हूँ।

कुंबले ने बताया कि अगले कुछ दिन ब्रेक के बाद वे मैच-दर-मैच रणनीति ही बनाएँगे। वहीं 'मैन ऑफ द मैच' रोस टेलर ने कहा मैच को फिनिश तक नहीं ले जा पाने का मुझे दु:ख है लेकिन खुशी है कि एक बार फिर जीत में योगदान दे सका।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?