आईपीएल में मैच फिक्सिंग की जोखिम!

Webdunia
सोमवार, 25 फ़रवरी 2008 (19:50 IST)
अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के संघों के महासंघ के प्रमुख टिम मे के अनुसार अगर इंडियन प्रीमियर लीग का लुभावना ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधी इकाई (एसीयू) के अंतर्गत नहीं लाया जाता तो इससे मैच फिक्सिंग को बढ़ावा मिल सकता है।

भले ही आईपीएल को आईसीसी से मंजूरी मिल गई हो लेकिन एसीयू के अधिकारियों को ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में मौजूद होना अनिवार्य नहीं होगा, क्योंकि यह एक घरेलू टूर्नामेंट है। ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष खिलाड़ी इस महासंघ से जुड़े हुए हैं।

मैंने कहा कि टेस्ट और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के बजाय ट्वेंटी-20 क्रिकेट में भ्रष्टाचार का जोखिम काफी अधिक होता है। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रारूप जो एक खिलाड़ी के प्रदर्शन पर ज्यादा निर्भर होता है तो उसमें छेड़छाड़ करने का जोखिम काफी बढ़ जाता है।

उन्होंने कहा कि प्रारूप जितना छोटा होगा, उसमें जोखिम भी बढ़ जाएगा, क्योंकि इसमें एक खिलाड़ी के प्रदर्शन से पूरा परिणाम प्रभावित हो सकता है। प्रारूप के छोटे होने से बल्लेबाजों के बेतरतीब तरीकों से आउट होना अधिक स्वीकार्य होगा।
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