पुलिस पर आरोप वाडिया की खुन्नस

Webdunia
सोमवार, 26 मई 2008 (22:48 IST)
मोहाली पुलिस ने किंग्स इलेवन पंजाब के मालिक नेस वाडिया के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि वे अपनी खुन्नस निकालने के लिए पुलिस को बदनाम कर रहे है ं।

वाडिया ने मोहाली पुलिस पर आरोप लगाया था कि उसके अधिकारी गत 23 मई को यहाँ उनकी टीम और डेक्कन चार्जर्स के बीच हुए आईपीएल मैच की टिकटें ब्लैक में बेच रहे थे।

मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आरएस खटरा ने आज यहाँ कहा कि 23 मई को मैं रात आठ बजे सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेने के लिए पीसीए स्टेडियम गया था। वाडिया स्वागत कक्ष में मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि मोहाली पुलिस आईपीएल के टिकट ब्लैक में बेच रही है और कुछ लोगों को बिना टिकट के ही स्टेडियम में घुसने दिया जा रहा है। वाडिया का यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। जब टिकट खिड़की पर टिकट उपलब्ध थे तो कोई भला ब्लैक में टिकट क्यों खरीदेगा।

जहाँ तक लोगों के बिना टिकट स्टेडियम में प्रवेश का सवाल है तो आईपीएल ने प्रवेश द्वार पर निजी सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर रखा है। उन्हें बिना टिकट किसी को भी अंदर नहीं जाने देना चाहिए। पुलिस बल को कानून व्यवस्था बनाए रखने, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने और मैच के शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए तैनात किया गया है।

एसएसपी ने कहा अगर वाडिया ने किसी भी पुलिस अधिकारी की लापरवाही के बारे में मुझे बताया होता तो मैं उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करता, लेकिन वाडिया ने ऐसा नहीं किया बल्कि पुलिस और प्रशासन के खिलाफ भद्दी भाषा का प्रयोग किया।

पीसीए के अध्यक्ष आईएस बिंद्रा के हस्तक्षेप से यह मुद्दा किसी तरह सुलझ पाया। वाडिया ने साथ ही आरोप लगाया था कि गत तीन मई को पुलिस अधिकारी पीसीए स्टेडियम के लांग रूम में रखी टी शर्ट और शराब को भी अपने साथ ले गए थे।

इस बारे में खटरा ने कहा कि वाडिया ने इन स्टेडियम में तीन सौ निजी सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर रखा है। निजी सुरक्षाकर्मियों की उपस्थिति के बावजूद कुछ पुलिस अधिकारियों ने ऐसा काम किया है तो वाडिया को यह बात मुझे बताना चाहिए थी।

एसएसपी ने कहा कि वाडिया को धूम्रपान का बहुत शौक है, लेकिन पुलिस ने लांग रूम सहित पूरे स्टेडियम में किसी को भी धूम्रपान नहीं करने दिया। इसी की खुन्नस निकालने के लिए वाडिया पुलिस पर मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं।

आईपीएल मैच खेल भावना के अनुरूप नहीं खेले जा रहे हैं। उन्होंने कहा इस टूर्नामेंट से जुड़े खिलाड़ी टीमों के मालिक और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सिर्फ अपना आर्थिक फायदा देख रहे हैं।

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