मेरे दिमाग में सिर्फ टीम की जीत थी-अख्तर

Webdunia
बुधवार, 14 मई 2008 (21:16 IST)
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में तूफानी आगाज करके दिल्ली डेयर डेविल्स को अपने एक स्पैल में ही ध्वस्त करने वाले विवादास्पद तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि उन्होंने गेंदबाजी में अपना सब कुछ झोंक दिया था और उन्हें किसी को कुछ साबित नहीं करना है।

तीन ओवर में 11 रन देकर चार विकेट झटककर 'मैन ऑफ द मैच' बने अख्तर ने कहा कि मैं सिर्फ मैच जीतना चाहता था। मुझे किसी को भी कुछ साबित नहीं करना।

' रावलपिंडी एक्सप्रेस' ने डेयरडेविल्स के शीर्ष क्रम को पस्त कर कोलकाता नाइटराइडर्स को 23 रन से जीत दिलाई। अख्तर ने टीम के साथी खिलाड़ियों कोच जॉन बुकानन, कप्तान सौरव गांगुली और नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान का लगातार सहयोग बनाए रखने के लिए आभार व्यक्त किया।

अख्तर ने कहा कि एसआरके (शाहरुख) और सौरव के साथ ड्रेसिंग रूम में साथ रहना बहुत मजेदार है। उन्होंने मेरा पक्ष लिया और मैं अच्छा प्रदर्शन करके वास्तव में बहुत खुश हूँ।

उन्होंने मुझ पर विश्वास दिखाया और मैं अच्छा प्रदर्शन करके खुश हूँ। उन्होंने कहा कि हर किसी ने योगदान दिया और क्षेत्ररक्षण भी शानदार था।

एक समय अख्तर के टूर्नामेंट में हिस्सा लेना संदिग्ध लग रहा था क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उन पर पाँच साल का प्रतिबंध लगा दिया था और फिर आईपीएल अधिकारियों ने भी प्रतिबंध हटाए बिना उन्हें खेलने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।

पीसीबी ने बाद में उन्हें पाकिस्तान के बाहर खेलने की अनुमति दे दी थी लेकिन आईपीएल के अधिकारियों ने अपने रवैये पर ढिलाई नहीं बरती जिससे कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम मुश्किल में पड़ गई।

पीसीबी अधिकारियों ने अपनी रूख में नरमी लाते हुए अख्तर पर से एक महीने के लिए प्रतिबंध हटा दिया जिसके बाद वह पिछले हफ्ते यहाँ पहुँचे।

लेकिन उनकी फिटनेस पर संदेह था और कोच बुकानन ने बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स तथा डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ मैच में उन्हें अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया।

अपने रवैये के कारण हमेशा आलोचना झेलने वाले अख्तर ने कहा कि मैं जब भी मैदान में खेलने के लिए उतरा मैंने हमेशा अपना शत-प्रतिशत योगदान दिया।

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