नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल और एलपीजी के बढ़ते दामों से कराह रही जनता को एक और बड़ा झटका लगने वाला है। खासकर उन लोगों को जो मोबाइल पर खूब बातें करते हैं और बेतहाशा इंटरनेट का प्रयोग करते हैं। टेलीकॉम कंपनियों ने अपने टैरिफ में बढ़ोतरी करने का फैसला कर लिया है।
सभी बड़ी टेलीकॉम कंपनियां अपने मौजूदा टैरिफ प्लान में बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रही हैं। 2019 में पहली बार कंपनियों ने टैरिफ बढ़ाए थे। टेलीकॉम कंपनियों ने दिसंबर 2019 में टैरिफ की दरें बढ़ाई थीं।
खबरों के मुताबिक इन्वेस्टमेंट इनफार्मेशन एंड क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (ICRA) की रिपोर्ट के अनुसार आगामी 1 अप्रैल से शुरू हो रहे वित्त वर्ष 2021-22 में अपने रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए कंपनियां एक बार फिर टैरिफ महंगे कर सकती हैं। वोडाफोन- आइडिया (Vi) हाल ही में संकेत दिए हैं कि आने वाले कुछ दिनों में टैरिफ प्लान में बढ़ोतरी होगी।
ICRA के मुताबिक टैरिफ में बढ़ोतरी करने से एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) यानी प्रति ग्राहक औसत राजस्व में सुधार हो सकता है। साल के बीच तक यह करीब 220 रुपए हो सकता है।
इससे अगले 2 साल में इंडस्ट्री का रेवेन्यू 11% से 13% और वित्त वर्ष 2022 में ऑपरेटिंग मार्जिन करीब 38 प्रतिशत बढ़ेगा। टेलीकॉम कंपनियों पर कुल एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) का बकाया 1.69 लाख करोड़ रुपए हैं।