व्हाट्‍सएप को लेकर युवाओं पर हुए शोध में हुआ यह खुलासा

Webdunia
सोमवार, 29 मई 2017 (20:20 IST)
यरुशलम। अगर आप किशोरों के व्हाट्‍सएप इस्तेमाल करने से परेशान हैं तो आपके लिए एक राहतभरी खबर है। व्हाट्‍सएप ग्रुप्स से किशोर अपनी भावनाओं को बेहतर तरीके से अभिव्यक्त कर सकते हैं और इससे कक्षा में बातचीत के बजाय अपने साथियों से करीबी संबंध बनाने में मदद मिल सकती है।
 
एक नए शोध में यह पता चला है। दुनियाभर में युवा आपस में बातचीत करने के लिए और ग्रुप में बातचीत के लिए व्हाट्‍सएप एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हैं। इनमें से कई किशोर इस आभासी दुनिया में कई घंटे बिताते हैं खासतौर से शाम और रात को जब वे अपने कमरे में अकेले होते हैं।
 
इस शोध का नेतृत्व करने वाले इसराइल में हैफा विश्वविद्यालय के एरी किजेल ने इस बात की जांच की कि युवा लोग किस तरीके से इस आभासी दुनिया का इस्तेमाल करते हैं। इस शोध में 16-17 वर्ष की आयु वाले आठ युवाओं के दो समूह और 14-15 उम्र वाले आठ युवाओं के दो समूह शामिल किए गए। समूहों में लड़के और लड़कियों की संख्या बराबर रही। प्रतिभागियों ने क्लास व्हाट्‍सएप ग्रुप से लिए संदेशों का विश्लेषण किया। उन्होंने पाया कि व्हाट्‍सएप एक ऐसी जगह है जहां वे निजी बातें कर सकते हैं जिसकी सुविधा अन्य प्लेटफॉर्म पर  उपलब्ध नहीं है।
 
‘ज्यूइश प्रेस’ ने किजेल के हवाले से कहा कि अध्ययन में भाग लेने वाले किशोरों ने व्हाट्‍सएप को एक ऐसी जगह बताया जहां भाषा के लिए सम्मान है और जहां सभी एक जैसे शब्द और संकेतों का इस्तेमाल करते हैं। ग्रुप चैट उसमें शामिल लोगों के बीच भरोसे पर आधारित है और यह बात संपर्क में बने रहने की संभावना बढ़ाती है। व्हाट्‍सएप ग्रुप एक ऐसी चीज है जो स्कूल में बनाए गए श्रेणीबद्ध विभाजन को तोड़ती है।
 
अध्ययन दिखाता है कि स्कूल में कक्षाएं एक निर्धारित समूह में बंटी होती है, स्कूल में एक ही आयु वर्ग से दोस्ती होती है, सामाजिक आर्थिक, साझा गतिविधियों या पढ़ाई-लिखाई के आधार पर बच्चों को वर्गीकृत किया जाता है। व्हाट्‍सएप इन विभाजनों को तोड़ता है और एक ही क्लास तथा एक जैसे व्यवहार का समूह बनाता है। अध्ययन में यह भी पता चला कि युवाओं का मानना है कि ऑइकन और इमोजी का इस्तेमाल शारीरिक हाव-भाव से ज्यादा अच्छा है।
Show comments

डिम्पल यादव बोलीं, BJP अगर लोकसभा चुनाव जीती तो भारत 15 साल पीछे चला जाएगा

मणिपुर हिंसा के 1 साल बाद कितने बदले हालात, कौन जगा रहा है उम्मीद की किरण?

कल्पना सोरेन बोलीं, अन्याय के खिलाफ लड़ाई में अपने योद्धा पति के नक्शेकदम पर चलूंगी

भगवाधारी हुए ओवैसी, पुजारी ने गले में भगवा डाला तो हाथ जोड़कर मुस्‍कुरा दिए, वीडियो वायरल

पंजाब में 3 बड़े मुद्दे तय करेंगे राजनीति का रुख, आखिर कौनसी पार्टी दिखाएगी दम

Paytm को लगा बड़ा झटका, COO और प्रेसीडेंट भावेश गुप्ता ने दिया इस्तीफा

Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एयरफोर्स के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला, 1 जवान शहीद

मणिपुर हिंसा के 1 साल बाद कितने बदले हालात, कौन जगा रहा है उम्मीद की किरण?

NOTA के समर्थन में फोन कर रहे लोग, BJP ने जो किया, अक्षय बम के मैदान छोड़ने पर क्या बोलीं सुमित्रा महाजन

Prajwal Revanna के पिता SIT की हिरासत में, कोर्ट ने खारिज की थी अग्रिम जमानत याचिका

अगला लेख