श्वेताम्बर समाज के पर्युषण बुधवार से

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जैन संस्कृति का महापर्व पर्युषण बुधवार से प्रारंभ हो रहा है। जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक समाज के मंदिरों व उपाश्रयों में चहल-पहल बढ़ गई है। इसके तहत लगातार आठ दिनों तक तप-तपस्याओं के अलावा अनेक धार्मिक कार्यक्रम भी होंगे।

इस अवसर पर मंदिरों में प्रतिष्ठित गुरु भगवंतों की सुंदर अंगरचना की जाएगी। इसके साथ ही रंगबिरंगी विद्युत रोशनी से भी विशेष सजावट की जा रही है। प्रतिदिन रात्रि 9 बजे महाआरती होगी। 31 अगस्त को महावीर जन्मवाचन समारोह के तहत विशेष सजावट की जाएगी। 1 सितंबर को रक्षक देवों की जीवंत प्रतिमा के दर्शन होंगे। 3 सितंबर को संवत्सरी का बड़ा प्रतिक्रमण होगा।

इसमें दादा गुरुदेव के विशेष पूजन-अर्चन तथा साज-सज्जा आरती के साथ महापर्व मनेगा। इन आठों दिन सुबह-शाम सामूहिक प्रतिक्रमण, भक्तामर पाठ, स्नात्र पूजा व दोपहर में स्वाध्याय के कार्यक्रम होंगे। बालक-बालिकाओं के लिए भजन व दीप सज्जा प्रतियोगिता होगी।

मंदिरों में विराजित मुनिराज की निश्रा में तरह-तरह की आराधनाओं व विभिन्न धार्मिक क्रियाओं का दौर चलेगा। पूरे मंदिर परिसर की आकर्षक विद्युत सजावट के साथ तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

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