जम्मू। सुरक्षाबलों ने पुलवामा के मित्रिगाम में आज तड़के अल-बदर के दो स्थानीय आतंकियों को ढेर कर दिया जबकि कुपवाड़ा में तीन आतंकियों को हथियारों समेत पकड़ लिया गया। इस बीच पुलिस के मुताबिक, इस साल अभी तक तो 62 आतंकी मारे गए हैं उनमें 39 लश्करे तौयबा के थे।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने 2 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि ये दोनों मार्च अप्रैल के दौरान पुलवामा में की गई प्रवासी मजदूरों की हत्याओं व हमलों में शामिल रह चुके थे। मुठभेड़ स्थल से 2 एके राइफल समेत अन्य गोलाबारूद भी बरामद हुआ है।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने दोनों आतंकियों की पहचान जाहिर करते हुए बताया कि मरने वाले आतंकियों के नाम एजाज हाफिज और शाहिद अयूब है। दोनों आतंकी संगठन अल-बदर से जुड़े हुए थे। यही नहीं मार्च-अप्रैल 2022 के महीने में पुलवामा में जिन प्रवासी मजदूरों की हत्या हुई या फिर हमले किए गए, ये दोनों भी उनमें शामिल रहे थे।
उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने इस साल अलग-अलग मुठभेड़ों में अब तक 62 आतंकियों को ढेर कर दिया है। मारे गए आतंकियों में लश्करे तौयबा के 39, जैशे मुहम्मद के 15, हिज्बुल मुजाहिदीन के 6 और अल-बद्र के 2 आतंकी शामिल रहे हैं। इनमें 47 स्थानीय और 15 विदेशी आतंकी शामिल हैं।
दूसरी ओर कुपवाड़ा में पाकिस्तान से भेजे गए हथियारों के साथ 3 ओवरग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिला कुपवाड़ा से जिन तीन ओवरग्राउंड वर्करों को हथियारों व गोला बारूद के साथ गिरफ्तार किया गया है, उन्हें नियंत्रण रेखा के पार से भेजे जाने वाले हथियारों की खेप को आतंकवादियों तक पहुंचाने का काम सौंपा गया था।
तीनों ओवर ग्राउंउ वर्करों की पहचान मोहम्मद आमिर, निसार अहमद दोनों निवासी हजीत्रा करनाह और कफील अहमद निवासी सुधपोरा करनाह के रूप में हुई है।