10,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित अनंतनाग जिले के अहलान गगरमांडू वन क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ भीषण मुठभेड़ में 2 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे और 2 नागरिक घायल हो गए थे। गोलीबारी में घायल हुए अब्दुल राशिद डार की रविवार तड़के यहां एक अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।
शनिवार को कोकेरनाग क्षेत्र के सुदूरवर्ती अहलान गगरमांडू जंगल में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया गया था। यह मुठभेड़ तब शुरू हुई, जब आतंकवादियों के एक समूह ने संयुक्त तलाश दल पर गोलीबारी शुरू कर दी। दल में पैरा कमांडो सहित सेना के जवान और स्थानीय पुलिस के कर्मी शामिल थे।
मुठभेड़ में छह सैन्यकर्मी और 2 आम नागरिक घायल हो गए। घायल सैनिकों को तुरंत निकटवर्ती अस्पताल ले जाया गया, जहां 2 सैनिकों को मृत घोषित कर दिया गया। शहीद हुए सैन्य कर्मियों की पहचान हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा के रूप में की गई है। इलाके में अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है और फरार आतंकवादियों की तलाश के लिए अभियान जारी है।
इस मुठभेड़ ने पिछले साल सितंबर में कोकेरनाग में ऐसी ही गोलीबारी के बाद हुई मुठभेड़ की दुखद यादें ताजा कर दीं, जब कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट सहित चार सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। इस दौरान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक कमांडर सहित दो आतंकवादियों को भी मार गिराया गया था।
सुरक्षाबलों ने 15 जुलाई को डोडा जिले में एक मुठभेड़ के बाद कोकेरनाग के जंगलों में तलाश अभियान तेज कर दिया है। इस मुठभेड़ में एक कैप्टन समेत चार जवान शहीद हो गए थे।
ऐसा माना जा रहा है कि हाल ही में अनंतनाग की घटना में शामिल आतंकवादी डोडा में मुठभेड़ से बचकर किश्तवाड़ जिले से सीमा पार कर आए होंगे।