क्यों हैं खास 2013 की श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

जन्माष्टमी : 5057 वर्ष बाद बना अद्‍भुत विलक्षण संयोग

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भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उल्लास देश भर के कृष्ण मंदिरों में छाया हुआ है। इस वर्ष भगवान के जन्म पर द्वापर युग से बने संयोग के चलते उत्साह दोगुना हो गया है।

इस वर्ष द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के समय बने तिथि, वार, नक्षत्र वाफ संयोग होने से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भक्तों में खासा उल्लास है।

अगले पेज पर : 5057 साल बाद बन रहा है ऐसा संयोग


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5057 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि देश भर में विशेष जन्माष्टमी मनाई जा रही है। अष्टमी तिथि की शुरुआत 27 अगस्त की रात 2 बजकर 5 मिनट पर होगी जो 29 को सुबह 4 बजकर 5 मिनट तक रहेगी। रोहिणी नक्षत्र 28 को दोपहर 12.50 से 29 को भोर वेला में 3.28 तक रहेगा।

29 अगस्त को भी उदयाकालीन रोहिणी नक्षत्र में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा।

( ज्योतिषी व पंडितों से बातचीत के आधार प र)

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