साल में दो बार क्यों मनाया जाता है हनुमान जी का जन्मोत्सव, जानिए रहस्य

WD Feature Desk
शनिवार, 5 अप्रैल 2025 (15:31 IST)
hanuman janm katha: हनुमान जी को शक्ति, भक्ति और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। वे भगवान राम के परम भक्त हैं और रामायण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका से सभी परिचित हैं। हनुमान जी के भक्ति उन पर अटूट श्रद्धा रखते हैं और महाबली भी अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। 

चैत्र माह की पूर्णिमा पर हनुमान जयंती मनाई जाती है। इस साल चैत्र माह की पूर्णिमा यानी 12 अप्रैल को हनुमान जयंती का उत्सव मनाया जाएगा। वहीं वाल्मीकि रामायण के अनुसार,  कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता हूं। इस साल कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी 19 अक्टूबर को है। अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा क्या आखिर दो बार भगवान हनुमान की जन्मदिन क्यों मनाया जाता है। आइए, विस्तार से जानते हैं।
 

ALSO READ: क्यों हनुमान जी ने समुद्र में फेंक दी थी रामायण, जानिए क्या था इस घटना के पीछे का रहस्य
 
चैत्र पूर्णिमा और हनुमान जयंती
चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है। इसके पीछे एक पौराणिक कथा है। जब बाल हनुमान ने सूर्य को फल समझकर खाने की कोशिश की, तो इंद्र ने उन पर वज्र से प्रहार किया। इससे हनुमान जी मूर्छित हो गए। इससे उनके पिता पवनदेव क्रोधित हो गए और उन्होंने हवा रोक दी। इससे पूरे ब्रह्मांड पर संकट आ गया। देवताओं की प्रार्थना के बाद ब्रह्मा जी ने हनुमान जी को दूसरा जीवन दिया। तब देवताओं ने भी उन्हें अपनी शक्तियां प्रदान कीं।  जिस दिन उन्हें दूसरा जीवन मिला, वह चैत्र मास की पूर्णिमा थी। इसलिए इस दिन को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है।

कार्तिक चतुर्दशी और हनुमान जन्मोत्सव
वहीं कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को हनुमान जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। वाल्मीकि रामायण के अनुसार, हनुमान जी का जन्म इसी दिन हुआ था। इसलिए इस दिन को उनके जन्मदिन के रूप में मनाने की परंपरा है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण  आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं है करता । किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।


सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

इस साल क्यों खास है राम नवमी? जानिए कैसे भगवान राम की कृपा से जीवन में आ सकती है समृद्धि

मंगल का कर्क राशि में गोचर: 5 राशियों के लिए रहेगा 45 दिनों तक चुनौती भरा समय

राहु का कुंभ राशि में गोचर: 3 राशियों को रहना होगा सतर्क

नवरात्रि में भूल कर भी ना करें ये गलतियां, माता के कोप से अनिष्ट का बनती हैं कारण

क्यों हनुमान जी ने समुद्र में फेंक दी थी रामायण, जानिए क्या था इस घटना के पीछे का रहस्य

सभी देखें

धर्म संसार

यदि आपके जीवन में कुछ भी अच्‍छा नहीं चल रहा है तो करें ये 3 अचूक उपाय, तुरंत मिलेगा आराम

माता के इस मंदिर में बिना मुहूर्त के होती हैं शादियां, विदेशों से शादी के लिए आते हैं भक्त

कब मनाया जाएगा श्रीराम जन्मोत्सव, जानें पूजन के मुहूर्त, विधि और महत्व

चैत्र नवरात्रि व्रत के पारण का समय और व्रत खोलने का तरीका

मीन राशि में 5 ग्रहों के योग से 5 राशियों को होगा फायदा

अगला लेख