वे कहती है यह ऐसा पावन दिन है जब पति की आयु के लिए की गई प्रार्थना प्रभु स्वीकार करते हैं और यही विवाहिता के लिए बड़ा वरदान है। इसके साथ ही उन्होंने मेहंदी और पूजन सामग्री भी क्रय की है।
कई महिलाएं तो करवा चौथ की तैयारी दो माह पूर्व से ही करना प्रारंभ कर देती है। फैशन की शौकिन महिलाएं इस दिन के लिए ऐसे रंगों के परिधान खरीदना पसंद करती है जो पर्व के अर्थ को सार्थक करें और उसकी गरिमा बनाए रखें। इसके अतिरिक्त परिधान से मेल खाते आभूषण भी।
करवा चौथ के दिन हर सुहागन दुल्हन की तरह तैयार होती है और भगवान से यही प्रार्थना करती है कि उसके पति की आयु लंबी हो।
करवा चौथ के बारे में सोनम बाकायदा परिधान डिजाइन करवा कर पहनती है। वे कहती हैं कि यह दिन वर्ष में एक ही बार आता है जब पति की लंबी उम्र और सलामती के लिए चौथ माता से मांगी गई मुराद पूरी होती है तो फिर भला इसे हम क्यों न मनाएं।
साथ ही वे इस बात का ध्यान भी रखती है कि उनके परिधान लाल रंग के ही हो। वे कहती हैं कि चूंकि लाल रंग शुभ व सुहाग का प्रतीक माना जाता है। अतः इस पर्व पर सामान्यतः इसी रंग के परिधान पहनने चाहिए।