बच्चो, आपको पॉकेट मनी के रूप में कुछ न कुछ पैसे मम्मी-पापा से जरूर मिलते होंगे। आप इन पैसों में से कुछ पैसे जरूर बचाकर गुल्लक या अपने पिग्गी बैंक में डालें।
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इसके दो फायदे हैं। एक तो यह कि पैसा आपकी ही किसी जरूरत के समय काम आएगा। जैसे गर्मियों की छुट्टी में खेलने के लिए वीडियो गेम ले लें या स्विमिंग पूल का पास बनवा लें। खेल का सामान ले आएँ आदि।
इससे आपके मम्मी-डैडी को अच्छा भी लगेगा और आपके प्लान में कुछ रुपए कम पड़ेंगे तो खुशी-खुशी आपकी मदद भी कर दिया करेंगे। दूसरा और सबसे बड़ा लाभ आपमें बचत की एक आदत विकसित हो जाएगी जो उन्हें जीवनपर्यन्त काम आएगी। आप जब जॉब या बजनेस करेंगे तब भी अपनी आमदनी का कुछ हिस्सा बचाकर रखा करेंगे।
बच्चों को बचत की आदत डालने के लिए माता-पिता भी उनकी मदद करें। आकर्षक गुल्लक, पिग्गी बैंक लाकर दें दे। फिजूल खर्ची रोकने पर उन्हें बोनस के रूप में 5-10 रुपए अलग से दिए जा सकते हैं। गर्मी की छुट्टियाँ चल रही हैं। उन्हें कुछ बुक्स पढ़ने का सजेशन दें जो उन्हें किसी भी तरह से सीखने में मदद करेंगी और उनकी पढ़ने की आदत भी नहीं छूटेगी। इसके लिए उन्हें डेली प्रत्येक लेसन के लिए कुछ रुपयो ं क ी लाल च द ी ज ा सकत ी है । जिससे उनके समय का भी सदुपयोग होगा और उनके पास रुपए जुट सकेंगे। समय-समय पर अभिभावक उन्हें अपने द्वारा की गई बचतों के लाभ भी बताएँ।
फिजूल खर्ची रोकने पर उन्हें बोनस के रूप में 5-10 रुपए अलग से दिए जा सकते हैं। गर्मी की छुट्टियाँ चल रही हैं। उन्हें कुछ बुक्स पढ़ने का सजेशन दें।
दोस्त ो, आठवीं कक्षा में मेरा एक दोस्त था। उसे जो भी पैसे मिलते उनसे वह खाने की चीजें बबलगम, टॉफीज जो भी अच्छा लगता वह खाता था और उसके बाद बचे हुए पैसे जाकर अपने गुल्लक में डाल देता। 12वीं क्लास तक आते-आते उसने करीब 950 रुपए से बैंक में सेविंग अकाउंट खुलवा लिया था। (उस समय 950 रुपए बड़ी बात होती थी।)
प्रोफेशनल एग्जाम की फीस उसने अपने पास से ही भरी। तब हमको देखकर लगा कि वाकई इसकी वर्षों की बचत कितनी काम आई। आज भी आप कभी सोचें आपको पैसों की सख्त आवश्यकता है और आपके पास कहीं से भी उनकी व्यवस्था नहीं हो रही है। तब आपको याद आता होगा कि काश मैं कुछ बचत करके रखता।
और ध्यान रखिए दोस्तों पैसा कितना भी हो, हर हालत में आपको कहीं न कहीं बहुत काम आता है। इसलिए अभी तक बचत करना शुरू नहीं किया है तो कर दें।