बाल दिवस पर कविता : एक जवाहरलाल

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राष्ट्रवाटिका के पुष्पों में,
एक जवाहरलाल।


 
जन्म लिया जिस दिन लाल ने,
दिवस कहाया बाल॥
 
बच्चे इनको सदा प्यार से,
चाचा नेहरू कहते।
चाचाजी इन बच्चों के बीच,
बच्चे बनकर रहते॥
 
एक गुलाब ही सब पुष्पों में,
इनको लगता प्यारा।
भारत मां का लाल यह,
सबसे ही था न्यारा॥
 
सारे जग को पाठ पढ़ाया,
शांति और अमन का।
भारत मां का मान बढ़ाया,
था यह ऐसा लाल चमन का॥

 
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