बच्चों की कविता : खरगोश

Webdunia
डॉ. विष्णु शास्त्री‍ 'सरल'
 
प्यारा-प्यारा दिखता न्यारा
छोटा-सा खरगोश है,
उछल-उछलकर चलता है यह
अद्भुत इसमें जोश है।
 
रंग सफेद रुई या हिम-सा
कोमल इसके बाल हैं,
उषा-किरण सी कुछ चमकीली
आंखें इसकी लाल हैं।
 
कान कुछ बड़े, पूंछ है छोटी
बिजली जैसी चाल है,
दौड़ लगाने में यह अक्सर
करता बहुत कमाल है।
 
इसको छू लें तो लगता है
छू ली क्या नवनीत है,
कुत्ते-बिल्ली से हर पल ही
रहता यह भयभीत है।
 
जीव जंगली और पालतू
भी होता खरगोश है,
छोटे कोमल तिनके खाता
रहता यह खामोश है।
 
साभार - देवपुत्र
Show comments

वर्कआउट करते समय क्यों पीते रहना चाहिए पानी? जानें इसके फायदे

तपती धूप से घर लौटने के बाद नहीं करना चाहिए ये 5 काम, हो सकते हैं बीमार

सिर्फ स्वाद ही नहीं सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है खाने में तड़का, आयुर्वेद में भी जानें इसका महत्व

विश्‍व हास्य दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

समर में दिखना है कूल तो ट्राई करें इस तरह के ब्राइट और ट्रेंडी आउटफिट

Happy Laughter Day: वर्ल्ड लाफ्टर डे पर पढ़ें विद्वानों के 10 अनमोल कथन

संपत्तियों के सर्वे, पुनर्वितरण, कांग्रेस और विवाद

World laughter day 2024: विश्‍व हास्य दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

फ़िरदौस ख़ान को मिला बेस्ट वालंटियर अवॉर्ड

01 मई: महाराष्ट्र एवं गुजरात स्थापना दिवस, जानें इस दिन के बारे में