बाल गीत : चींटी की चिट्ठी

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
चींटी के घर चिट्ठी आई,
हाथी से पढ़वाई।


 
पापाजी बीमार बहुत हैं,
सुनकर वह घबराई।
 
गई गांव तो पापाजी को,
हंसते-गाते पाया।
गलत सूचना थी हाथी की,
उस पर गुस्सा आया।
 
अब जब भी हाथी मिलता है,
चींटी चिल्लाती है।
अभी सूंड में घुसती तेरी,
कहकर धमकाती है।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

जानिए कितनी है वैभव सूर्यवंशी की नेट वर्थ , किस परिवार से आता है क्रिकेट का यह युवा सितारा?

एक ग्रह पर जीवन होने के संकेत, जानिए पृथ्वी से कितना दूर है यह Planet

समर्स में शरीर की गर्मी बढ़ा देती हैं ये चीजें, पड़ सकते हैं बीमार

गर्मी के दिनों में फैशन में हैं यह कपड़े, आप भी ट्राय करना ना भूलें

क्या है परेश रावल के यूरीन से इलाज के दावे का सच, जानिए क्या बोले यूरोलॉजिस्ट

सभी देखें

नवीनतम

मजदूर दिवस पर कविता : संघर्ष का सूर्योदय

1 मई 2025: गुजरात-महाराष्ट्र स्थापना दिवस का इतिहास, महत्व और भाषाई आंदोलन की कहानी

1 मई, अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर पढ़ें 10 बेहतरीन स्लोगन

अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस : लाखों मजदूरों के परिश्रम, दृढ़ निश्चय और निष्ठा का दिवस है

मजदूर दिवस:माओवादियों के मजदूरों की आज़ादी अब दूर नहीं.....

अगला लेख