बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी : देश की सांस्कृतिक पहचान

वेबदुनिया डेस्क

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बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी देश की उन चुनिंदा यूनिवर्सिटीज में है, जिनका एकेडमिक और रिसर्च आउटपुट सबसे ज्यादा है। इस यूनिवर्सिटी में 2 कैंपस, तीन इस्टिंट्यूट्स, 16 फैकल्टीज़, 140 डिपार्टमेंट और 4 एडवांस्ड सेंटर्स हैं।

साइंस, सोशल साइंस, टेक्नोलॉजी, मेडिसिन और एग्रीकल्चर सहित और दूसरे सब्जेक्ट पर यहां डिप्लोमा, डिग्री कोर्स के अलावा रिसर्च करवाई जाती है। बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में फिलहाल 20 हजार स्टूडेंट्स स्टडी कर रहे हैं, जिसमें 2500 रिसर्च स्कॉलर्स, 650 फॉरेन स्टूडेंट्स शामिल हैं।

वाराणसी से लगभग 75 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में 2760 एकड़ में राजीव गाँधी साउथ कैंपस बनाया गया है। इस कैंपस को भविष्य में एजुकेशन, ट्रेनिंग और स्किल्स डेवेलपमेंट प्रोग्राम चलाए जाएंगे।

बनारस यूनिवर्सिटी में 17 गर्ल्स होस्टल सहित कुल 60 होस्टल्स हैं, जिसमें लगभग 10 हजार स्टूडेंट्स रहते हैं। टिचिंग स्टाफ के लिए यहाँ 538 क्वाटर्स हैं, जबकि 678 क्वाटर्स में नॉन टेक्निकल स्टाफ रहता है। इस यूनिवर्सिटी में आर्ट्‍स और साइंस की हर ब्रांच के रिसर्च कोर्स उपलब्ध हैं। हिन्दू शास्त्र और संस्कृत साहित्य में यहां विशेष पाठ्यक्रम और रिसर्च उपलब्ध है।
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