मंगल मकर में उच्च का कर्क में नीच का होता है। लाल किताब के अनुसार मंगल नेक और मंगल बद होता है। दसवें घर में मंगल है तो उसे उच्चा का माना जाएगा और चौथे घर में है तो नीच का माना जाएगा। लेकिन लेकिन यहां पहले घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें जानिए।
कैसा होगा जातक : मैदान में जंग करने वाला शेर। पहले घर में मंगल होने का मतलब 28 वर्ष की आयु के बाद आर्थिक हालात अच्छी रहती है। शारीरिक तौर पर मजबूत ऐसे व्यक्ति को शनि संबंधी कार्य में लाभ मिलता है।
पांच सावधानियां
1. विवाह 28 के बाद हो तो अच्छा फल।
2. कभी भी मुफ्त की चीजें न लें। हाथी दांत की बनी वस्तुएं घर में या अपने पास न रखें।
3. बुरी जगहों, समय और बुरी संगत से बचें।
4. भाइयों से अच्छे संबंध रखें। पेट और खून को साफ रखें।
5. ससुराल से कुत्ता नहीं लेना चाहिए।
ये पांच कार्य करें
1. क्रोध न करें।
2. शरीर पर सोना धारण करना चाहिए।
3. हनुमानजी की भक्ति करें।
4. गुड़ खाएं और खिलाएं।
5. मंगल खराब की स्थिति में सफेद रंग का सुरमा आंखों में डालना चाहिए।