मंगल मकर में उच्च का कर्क में नीच का होता है। लाल किताब के अनुसार मंगल नेक और मंगल बद होता है। दसवें घर में मंगल है तो उसे उच्च का माना जाएगा और चौथे घर में है तो नीच का माना जाएगा। लेकिन यहां यहां घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें जानिए।
कैसा होगा जातक : चौथे घर का मंगल 'दरिया में रखा आग का गोला।' ही समझो। दूसरा यह कि 'खुद तो जलेंगे सनम तुमको भी जलाकर मरेंगे।' लेकिन परिवार के प्रति जिम्मेदार। चतुर्थ भाव से सुख, संपत्ति, भूमि, भवन, वाहन एवं उपभोग में आने वाली भौतिक सामग्री का आकलन किया जाता है। चतुर्थ भाव में मंगल हो अथवा उस पर उसकी दृष्टि पड़े, तो इन फलों में कमी आएगी।
पांच सावधानियां
1. कीकर के वृक्ष के पास और दक्षिण मुखी मकान में न रहें।
2. शहद, शक्कर और चीनी का व्यापार कदापि न करें।
3. हलवाई या भूनने वाले की भट्टी जलती हो वहां न रहें।
4. काले और काने व्यक्ति की संगत से बर्बादी।
5. माता और पिता को दुख देना जीवन में जहर घोलने के समान। बदले की भावना न रखें। क्रोध न करें। भाई और मित्रों से संबंध अच्छे रखना चाहिए।
ये पांच कार्य करें
1. वटवृक्ष की जड़ में मीठा दूध चढ़ाएं।
2. अपने पास सदैव चांदी रखें।
3. हनुमान चालीसा पढ़ते रहें
4. सफेद रंग का सुरमा आंखों में डालना चाहिए।
5. चिड़ियों को दाना डालें, बंदरों को गुड़ और चना खिलाएं।