मंगल मकर में उच्च का कर्क में नीच का होता है। लाल किताब के अनुसार मंगल नेक और मंगल बद होता है। दसवें घर में मंगल है तो उसे उच्च का माना जाएगा और चौथे घर में है तो नीच का माना जाएगा। लेकिन यहां घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें जानिए।
कैसा होगा जातक : मौत का फंदा जानों। बड़े भाई के होने की संभावना कम ही रहती है। हौसला तो बुलंद रहता है, लेकिन यदि नौकरी या व्यापार में ही उसका उपयोग करें तो ही सही है। जुबान का कड़वा है तो मूर्ख भी होगा। अष्टम भाव से आयु तथा जीवन में आने वाली बाधाओं का विचार किया जाता है। इस भाव से मंगल दोष बने अथवा इस पर मंगल की दृष्टि पड़े, तो अनेकानेक बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
पांच सावधानियां
1. पत्नी से अच्छा व्यवहार करें और विधवा स्त्री का अपमान न करें।
2. कड़वे वचन ना बोलें और घमंड से बचें।
3. पराई स्त्री पर बुरी नजर ना डालें।
4. लोगों पर अपने विचार ना थोपें।
5. मांस और मदीरा सेवन से उग्र स्वभाव में आग में घी डालने वाला काम होगा।
ये पांच कार्य करें
1. गले में चांदी की चेन पहनें।
2. नित्य हनुमान चालीसा पढ़ें।
3. सफेद सुरमा लगाएं।
4. बंदर को गुड़ और चने खिलाएं।
5. तंदूरी मीठी रोटी कुत्ते को 40 या 45 दिन तक खिलाएं।