राहु यदि है सातवें भाव में तो रखें ये 5 सावधानियां, करें ये 5 कार्य और जानिए भविष्य

अनिरुद्ध जोशी
गुरुवार, 25 जून 2020 (10:26 IST)
कुण्डली में राहु-केतु परस्पर 6 राशि और 180 अंश की दूरी पर दृष्टिगोचर होते हैं जो सामान्यतः आमने-सामने की राशियों में स्थित प्रतीत होते हैं। कुण्डली में राहु यदि कन्या राशि में है तो राहु अपनी स्वराशि का माना जाता है। यदि राहु कर्क राशि में है तब वह अपनी मूलत्रिकोण राशि में माना जाता है। कुण्डली में राहु यदि वृष राशि मे स्थित है तब यह राहु की उच्च स्थिति होगी। मतान्तर से राहु को मिथुन राशि में भी उच्च का माना जाता है। कुण्डली में राहु वृश्चिक राशि में स्थित है तब वह अपनी नीच राशि में कहलाएगा। मतान्तर से राहु को धनु राशि में नीच का माना जाता है। लेकिन यहां राहु के सातवें घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें, जानिए।
 
कैसा होगा जातक : दौलत तो होगी लेकिन ग्रहस्थी सुख की ग्यारंटी नहीं। वह अपने शत्रुओं पर विजयी होगा। जातक के सरकार के साथ अच्छे संबंध होंगे। जातक सिर दर्द से पीड़ित होगा। यदि बुध, शुक्र अथवा केतु ग्यारहवें भाव में हैं तो बहन, पत्नी या बेटे को दु:ख होगा। इसलिए सावधानी और उपाय करें।
 
5 सावधानियां :
1. 21 वर्ष से पहले विवाह ना करें।
2. कुत्ता कतई न पालें।
3. बदनाम करने वाले कार्यों से बचें।
4. पत्नी की सेहत का ध्यान रखें।
5. राहु से संबंधित व्यापार न करें।
 
क्या करें : 
1. नदी में छह नारियल प्रवाहित करें।
2. बुध और शुक्र के उपाय करें।
3. गाय को हरा चारा खिलाते रहें।
4. केसर का तिलक लगाएं।
5. हर शुक्रवार को लक्ष्मी मंदिर में पूजा करें।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

चैत्र नवरात्रि 2025 की अष्टमी तिथि कब रहेगी, क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त?

पर्स में रखें ये 5 चीजें, कभी नहीं होगी धन की कमी बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा

बुध ग्रह मीन राशि में अस्त, 3 राशियां रहेंगी मस्त

बुध हुए मीन राशि पर अस्त, जानें 5 राशियों पर क्या होगा असर

क्यों खास होता है गुड़ी पड़वा का पर्व? जानिए इससे जुड़े रोचक तथ्य

सभी देखें

नवीनतम

21 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

21 मार्च 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

Lal Kitab Astrology Tips: टेंशन दूर करना हो तो रात को तकिए के पास एक चीज रखकर सोएं

सूर्य ग्रहण वाले दिन शनि ग्रह जाने वाले हैं मीन राशि में, 6 राशियों के जीवन में होगा कुछ बड़ा बदलाव

Weekly Muhurat: मार्च 2025 के नए सप्ताह के शुभ मुहूर्त, जानें व्रत-त्योहार एवं ग्रह गोचर

अगला लेख