नए सुधारों का समय आ गया है-प्रणब

Webdunia
शनिवार, 10 अप्रैल 2010 (22:49 IST)
वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को कहा कि बदलते समय को देखते हुए वित्तीय क्षेत्र में सुधारों का नया सिलसिला शुरू करने का समय आ गया है।

मुखर्जी ने कहा कि वित्तीय क्षेत्र के बहुत से कायदे कानून दशकों पुराने हैं। इनमें से कुछ तो 50 साल पहले के हैं। अब समय आ गया है कि बाजार की निरंतर बदली दशाओं को देखते हुए सेवाओं और उनके विनियमन के कायदे कानूनों में कुछ बदलाव किया जाए।

वित्तमंत्री यहाँ एक्सचेंज सदस्यों के संगठन, एसोसिएशन फॉर नेशनल एक्सचेंज मेंबर्स की वार्षिक आमसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले दशकों से जमा झाड़-झंखाड़ को साफ करने की जरूरत है ताकि आर्थिक क्षेत्र में सुधारों के नए दौर की शुरुआत का पुख्ता आधार तैयार किया जा सके।

उन्होंने कहा कि बाजार जटिल होते जा रहे हैं। इसलिए उनमें पारदर्शिता की जरूरत है ताकि प्रणालीगत जोखिम कम हो। उन्होंने भारत में बहु-नियामक व्यवस्था में समन्वय की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि वित्तीय स्थिरता बनाए रखी जा सके।

इसी संबंध में उन्होंने उच्चस्तरीय वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद के गठन के सबंध में अपने बजट भाषण की घोषणा का भी जिक्र किया। उन्होंने साफ कहा कि इसका उद्देश्य वित्तीय बाजार से संबंधित मौजूदा नियामकों के अधिकारों को कम करना नहीं है।

उन्होंने कहा कि नियामक निकाय अच्छा काम कर रहे हैं। उन्हें निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए और अधिक काम करना चाहिए। (भाषा)

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