ई-वे बिल एप से निकालना होगा आसान

Webdunia
शनिवार, 31 मार्च 2018 (18:13 IST)
नई दिल्ली। प्रौद्योगिकी आधारित लॉजिस्टिक्स कंपनी रिविगो ने 1 अप्रैल से लागू होने जा रही ई-वे बिल निकालने की आसान प्रक्रिया का एप तैयार की है। इस एप के माध्यम से एक मिनट से भी कम समय में ई-वे बिल निकाला जा सकता है। यह एप दस भाषाओं में उपलब्ध है।

सरकार ने 1 अप्रैल से एक राज्य से दूसरे राज्य में माल भेजने के लिए ई-वे बिल व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है। कोई भी कारोबारी यदि 50,000 रुपए से अधिक का माल एक राज्य से दूसरे राज्य में भेजता है तो उसे अपने जीएसटीआईएन का उपयोग करते हुए ई-वे बिल पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा और ई-वे बिल जनरेट करना होगा।

रिविगो के संस्थापक दीपक गर्ग ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि रिविगो ई-वे बिल को 1 अप्रैल 2018 से लागू करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है, जिसमें उसने व्यापार, उद्योग और ट्रांसपोर्टर के लिए माल के त्वरित आवागमन की सुविधा के लिए एक उच्च गुणवत्ता की एप तैयार की है।

रिविगो ने यह एप अपने ग्राहकों के लिए तैयार किया था, लेकिन इस पर उद्योगों की प्रतिक्रिया को देखते हुए इसे पूरे देश में जारी किया जा रहा है ताकि हर कोई इसका लाभ उठा सके। यह सरल है, स्थानीय भाष में भी उपलब्ध है, इससे ई-वे बिल को आसानी से निकाला जा सकता है। एप जारी होने के दो माह के भीतर ही इसके एक लाख से ज्यादा डाउनलोड किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा ई-वे बिल से देश में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा मिलेगा। परिवहन लागत और समय कम होगा और जीएसटी व्यवस्था पुख्ता होगी। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

भाजपा के धाकड़ नेता सड़क पर कर रहे थे सेक्‍स, नेताजी की धाकड़ी हो गई वायरल, जीतू पटवारी ने बताया कुकर्म

हम भूखे मर जाएंगे, पाकिस्तानी सांसद बोले- भारत के 'वॉटर बम' का मसला सुलझाओ

UP : 43 साल बाद जेल से रिहा हुए 103 वर्षीय लखन, जानिए क्‍या है मामला...

CM योगी आदित्यनाथ गरजे, बहुत जी लिया पाकिस्तान, अब उसका टाइम पूरा हुआ

Rajasthan : भाजपा विधायक कंवरलाल की विधानसभा सदस्यता निरस्त

सभी देखें

नवीनतम

इंदौर में 61 साल के कारोबारी को किया हनी ट्रैप, होटल ले गई, वीडियो बनाया और लूट लिए 20 लाख रुपए

लोकमाता अहिल्याबाई के पदचिन्हों पर चल रहे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, महिला कल्याण के लिए संकल्पित सरकार

आखिर क्यों इस मजहब लोग बड़ी संख्या में त्याग रहे हैं अपना धर्म, चौंकाने वाली है वजह

क्यों पाकिस्तान की गंगा है सिंधु नदी, जानिए पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में क्या है रोल

इंदौर में दो नए कोरोना के मरीज मिले, पांच माह में 5 केस आए सामने

अगला लेख