Share bazaar: बिकवाली दबाव से Sensex और Nifty में शुरुआती बढ़त के बाद आई गिरावट
प्रमुख कंपनियों के शेयरों में रहा उतार-चढ़ाव
Share bazaar News: घरेलू बाजारों सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) में 2 दिन की गिरावट के बाद शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में तेजी आई, लेकिन जल्द ही बिकवाली के दबाव के कारण ये कमजोर पड़ गए। विदेशी पूंजी की भारी निकासी ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है।
बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) शुरुआती कारोबार में 270.76 अंक चढ़कर 77,890.97 अंक पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 69.5 अंक की बढ़त के साथ 23,596 अंक पर रहा। हालांकि जल्द ही दोनों सूचकांक नकारात्मक दायरे में आ गए। बीएसई सेंसेक्स 306.07 अंक की गिरावट के साथ 77,313.56 अंक पर जबकि निफ्टी 112.10 अंक फिसलकर 23,412.45 अंक पर कारोबार करने लगा।
ALSO READ: शेयर बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों के 10.98 लाख करोड़ डूबे
इन प्रमुख कंपनियों के शेयरों में रहा उतार-चढ़ाव : सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयर में 4 प्रतिशत की तेजी आई। टेक महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक और नेस्ले के शेयर भी लाभ में रहे। इंडसइंड बैंक, जोमैटो, एनटीपीसी, भारतीय स्टेट बैंक, अदाणी पोर्ट्स और पावर ग्रिड के शेयर नुकसान में रहे।
एशियाई और अमेरिकी बाजारों में : एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी फायदे में रहा जबकि हांगकांग का हैंगसेंग, चीन का शंघाई कम्पोजिट और जापान का निक्की नुकसान में रहे।अमेरिकी बाजार गुरुवार को बंद थे। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.30 प्रतिशत की बढ़त के साथ 77.15 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 7,170.87 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
ALSO READ: शेयर मार्केट पर कैसा रहेगा वक्री गुरु का प्रभाव?
रुपया 1 पैसे की गिरावट के साथ 85.87 प्रति डॉलर पर : अमेरिकी मुद्रा में मजबूती तथा विदेशी पूंजी की भारी निकासी के बीच रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 1 पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.87 पर आ गया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि विदेशों में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों ने भी भारतीय मुद्रा पर दबाव डाला, हालांकि घरेलू शेयर बाजारों से सकारात्मक संकेतों से इसे कुछ समर्थन मिला। उन्होंने कहा कि साथ ही 20 जनवरी के बाद डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में नए अमेरिकी प्रशासन के प्रतिबंधात्मक व्यापार उपायों की प्रत्याशा के बीच मांग बढ़ने से डॉलर मजबूत हुआ है।
इस बीच 6 प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.03 प्रतिशत की बढ़त के साथ 109.03 पर रहा। 10-वर्षीय अमेरिकी बॉण्ड का प्रतिफल भी बढ़कर 4.68 प्रतिशत हो गया। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.31 प्रतिशत की बढ़त के साथ 77.16 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 7,170.87 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta