मोबाइल गेमिंग बाजार पहुंचेगा 40 करोड़ डॉलर पर

Webdunia
रविवार, 5 फ़रवरी 2017 (20:35 IST)
नई दिल्ली। देश का मोबाइल गेमिंग बाजार 2022 में 40 करोड़ डॉलर के पार पर पहुंच जाएगा। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रीमियम और वचुर्अल रीयल्टी गेम्स की स्वीकार्यता बढ़ने से आगामी वर्षों में मोबाइल गेमिंग बाजार तेजी से बढ़ेगा।
फ्रीमियम ऐसा कारोबारी मॉडल है जिसमें मूल सेवाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जाती हैं और अधिक आधुनिक फीचर्स के इस्तेमाल के लिए भुगतान करना पड़ता है।
 
सीआईआई-टेकसाई की शोध रिपोर्ट के अनुसार बीते साल मोबाइल आधारित गेमिंग से राजस्व 26.58 करोड़ डॉलर रहा और 2017 में इसके 28.62 करोड़ डॉलर पर पहुंच जाने की उम्मीद है। इसमें कहा गया है कि देश में मोबाइल गेमर्स की संख्या 2015 में 19.8 करोड़ थी जिसके 2020 तक बढ़कर 62.8 करोड़ और 2030 तक 1.16 अरब पर पहुंच जाने की उम्मीद है।
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के गेमिंग उद्योग में बदलाव आया है और देश में वायरलेस कनेक्टिविटी में सुधार की वजह से इसका रुझान कंसोल गेमिंग से मोबाइल गेमिंग की ओर हुआ है। कुल मिलाकर 2016 में भारत का गेमिंग उद्योग 54.3 करोड़ डॉलर का था और इसके 2022 तक 80.1 करोड़ डॉलर हो जाने की उम्मीद है। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

मेरठ में ममता बनर्जी के पुतला दहन को लेकर हंगामा, महिलाओं ने दारोगा की टोपी उछाली और पुलिस को दिखाई चूड़ियां

एक मंदिर, एक श्मशान... RSS प्रमुख मोहन भागवत ने क्‍यों किया यह आह्वान?

सास-दामाद के बाद अब समधन और समधी की Love Story वायरल

Nishikant Dubey पर एक्शन की मांग, अवमानना की कार्रवाई के लिए अटॉर्नी जनरल को चिट्ठी, Supreme Court को लेकर दिया था बयान

कौन हैं दिल्ली के पूर्व CM अरविंद केजरीवाल के दामाद, क्या करते हैं काम और कैसे हुई हर्षिता से मुलाकात

सभी देखें

नवीनतम

महाराष्ट्र में क्यों बढ़ रहा Three Language Policy का विरोध, किसने लिखा भागवत को खत?

Share bazaar: शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में भारी बढ़त, सेंसेक्स 79,000 स्तर तो निफ्टी 24,000 के पार

Petrol Diesel Prices : सप्ताह के प्रथम दिन घटे पेट्रोल डीजल के दाम, जानें ताजा कीमतें

पूर्व DGP की हत्या के वक्त मौजूद थे पत्नी-बेटी और 1 अज्ञात, पुलिस को किस पर शक?

आज भारत आ रहे अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, जानिए क्या है पूरा प्लान?

अगला लेख