रिलायंस अपने खेल प्रबंधन जॉइंट वेंचर में आईएमजी वर्ल्डवाइड की हिस्सेदारी खरीदेगी

Webdunia
शुक्रवार, 25 दिसंबर 2020 (17:00 IST)
नई दिल्ली। अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने खेल प्रबंधन संयुक्त उद्यम में आईएमजी वर्ल्डवाइड एलएलसी की हिस्सेदारी का 52.08 करोड़ रुपए में अधिग्रहण करने की घोषणा की है।
 
बाजार मूल्यांकन के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि वह आईएमजी-रिलायंस लि. (आईएमजी-आर) में आईएमजी वर्ल्डवाइड की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण 52.08 करोड़ रुपए के नकद सौदे में करेगी। यह सौदा पूरा होने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी की ब्रांडिंग नए सिरे से करेगी।
 
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अंतरराष्ट्रीय खेल विपणन एवं प्रबंधन कंपनी आईएमजी वर्ल्डवाइड के साथ 2010 में समान भागीदारी वाला संयुक्त उद्यम बनाया था। यह संयुक्त उद्यम देश में खेल और मनोरंजन के विपणन और प्रबंधन के लिए था।
 
आईएमजी खेल, फैशन, आयोजन और मीडिया क्षेत्र की अग्रणी कंपनी है। इसका परिचालन 30 से अधिक देशों में है। यह एंडेवर नेटवर्क का हिस्सा है।
 
सूचना में कहा गया है कि कंपनी ने आईएमजी-आर में आईएमजी सिंगापुर पीटीई लि. के शेयरों के अधिग्रहण के लिए पक्का करार किया है। यह सौदा अधिकतम 52.08 करोड़ रुपये में होगा। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ऑपरेशन सिंदूर और 'उधार का चाकू', क्या है चालबाज चीन का इससे संबंध

सेनेटरी पैड के पैकेट पर राहुल गांधी ने लगवा दी अपनी तस्वीर, बीजेपी ने कर दिया कबाड़ा

पलक्कड़ में Nipah Virus की पुष्टि, लॉकडाउन जैसे हालात, केरल में अलर्ट जारी

कौन है गैंगस्टर अमित दबंग, जिसे शादी के लिए मिली 5 घंटे की पैरोल

प्रधानमंत्री मोदी को त्रिनिदाद एवं टोबैगो का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

सभी देखें

नवीनतम

पदमश्री जनक पलटा मगिलिगन ने डेली कॉलेज के छात्रों को इको फ्रेंडली दुनिया बनाने के लिए प्रेरित किया

कोयंबटूर, कोल्हापुर, मोहाली और इंदौर के डेली कॉलेज के छात्रों ने पदमश्री जनक पलटा मगिलिगन से सस्टेनेबल लिविंग सीखी

तेजी से बढ़ता स्‍मार्ट और सबसे स्‍वच्‍छ इंदौर आखिर सड़क पर हुए भ्रष्‍टाचार के गड्ढों में क्‍यों गिर रहा है?

उद्धव ठाकरे गरजे, हिंदू और हिंदुस्तान मान्य लेकिन हिंदी नहीं

मराठी के लिए 20 साल बाद उद्धव के साथ, संयुक्त रैली में क्या बोले राज ठाकरे?

अगला लेख