रिजर्व बैंक ने बैक दर बढ़ाकर 9.5 फीसदी की

Webdunia
मंगलवार, 14 फ़रवरी 2012 (18:47 IST)
FILE
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नौ साल के बाद अपनी बैंक दर साढ़े तीन फीसदी बढ़ाकर 9.5 फीसदी कर दी है यह बढ़ोतरी तुरंत प्रभाव से प्रभावी होगी।

कभी महत्वपूर्ण नीतिगत का काम करने वाली बैंक दर वर्ष से एक तरह से नुमाइश का सामान बन कर रह गई थी और इसका कोई प्रयोग नहीं हो रहा था। यह वह दर है जिस पर रिजर्व बैंक बैंकों को लम्बे समय का वाणिज्यिक कर्ज देता है।

फिलहाल आरबीआई ने एक अधिसूचना में कहा कि बैंक दर में बदलाव को मौद्रिक नीति में बदलाव की बजाय नकदी की सीमांत स्थाई सुविधा (एमएसएफ) दर के अनुकूल बनाने के लिए एक बार में किए गए तकनीकी समायोजन के तौर पर देखा और समझा जाना चाहिए।

एमएसएफ वह स्थायी सुविधा है जिस पर रिजर्व बैंक बैंकों को नकदी की कमी पूरा करने के लिए अतिरिक्त रूप से देता है। इस फौरी उधार (रेपो) की दर से एक प्रतिशत ऊंचा ब्याज वसूलता है।

बैंक दर का महत्व मौद्रिक नीति के उपाय के तौर पर खत्म हो गया है क्योंकि अब रेपो को ही मुख्य नीतिगत ब्याज दर बना दिया गया है। रिवर्स रेपो और एमएसएफ अब इस दर से क्रमश: एक प्रतिशत कम और एक प्रतिशत उपर रखे जाते हैं।

आरबीआई ने अप्रैल 2003 से बैंक दर स्थिर रखी थी। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

Gold : क्यों बढ़ रहे हैं सोने के भाव, अखिलेश यादव ने किया खुलासा

Whatsapp को सीधी टक्टर दे रहा है Zoho का Arattai, जानिए क्यों बन रहा है यूजर्स की पसंद

RBI इनएक्टिव और अनक्लेम्ड फंड्स के लिए लाए हैं नई स्कीम, जानिए क्या है खास?

देश के लिए इस साल घातक रहा मानसून, 1500 से ज्यादा लोगों की ली जान, किस राज्य में हुईं सबसे ज्यादा मौतें

क्या बिहार में चलेगा 10 हजार का दांव, यह है मतदाता के मन की बात

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: दुर्गा विसर्जन के दौरान 2 दर्दनाक हादसों में 14 की मौत

निर्मला सीतारमण बोलीं, भारतीय अर्थव्यवस्था टैरिफ जैसे झटके झेलने में सक्षम

नीतीश. तेजस्वी या प्रशांत किशोर, बिहार चुनाव में किसका पलड़ा भारी, क्या कहता है सी वोटर का सर्वे

आई लव मोहम्मद विवाद में ओवैसी की एंट्री, पूछा इस मुल्क को आप कहां लेकर जाएंगे

गांजा तस्करी के आरोप में पूर्व NSG कमांडर गिरफ्तार, 2008 के मुंबई हमले में दिखाई थी वीरता