स्कूलों के लिए बड़ी खबर! 10वीं कक्षा तक हिन्दी हो सकती है अनिवार्य

Webdunia
मंगलवार, 18 अप्रैल 2017 (21:14 IST)
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध स्कूलों और केंद्रीय विद्यालयों के छात्रों के लिए दसवीं कक्षा तक हिन्दी पढना अनिवार्य हो सकता है, क्योंकि इस संबंध में एक संसदीय समिति की सिफारिश को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई है।
 
मानव संसाधन विकास मंत्रालय को हिन्दी भाषा अनिवार्य बनाने के लिए राज्य सरकारों के साथ सलाह-मशविरा करके एक नीति बनाने का भी निर्देश दिया गया है। राष्ट्रपति आदेश में कहा गया है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय को पाठ्यक्रम में हिन्दी भाषा को अनिवार्य बनाने के लिए गंभीर प्रयास करना चाहिए। पहले कदम के रूप में, हिन्दी को सीबीएसई और केंद्रीय विद्यालय संगठन के सभी स्कूलों में दसवीं कक्षा तक एक अनिवार्य विषय बनाया जाना चाहिए।
 
इसमें कहा गया कि केंद्र को राज्य सरकारों के साथ सलाह-मशविरा करके एक नीति बनानी चाहिए। ये सिफारिशें राजभाषा पर संसद की समिति की नौवीं रिपोर्ट में की गईं। सीबीएसई ने पिछले साल तीन भाषा का फॉर्मूला (अंग्रेजी और दो अन्य भारतीय भाषाएं) नौवीं और दसवीं कक्षा में भी लागू करने सिफारिश की थी। हालांकि मंत्रालय ने अब तक इस सुझाव पर कोई फैसला नहीं किया है। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

India Pakistan Attack News : भारत के हमलों से डरकर बंकर में छिपे पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ

क्या है भारत का S-400 डिफेंस सिस्टम, जिसने पाकिस्तान के मिसाइल हमलों को किया नाकाम

या खुदा आज बचा लो, फूट-फूटकर रोने लगा सांसद, Pakistan में Operation Sindoor का खौफ

India Attacks On Pakistan : राजस्थान में जिंदा पकड़ा गया पाकिस्तानी JF-17 का पायलट

पाकिस्तान ने जम्मू को बनाया निशाना, मिसाइलों और ड्रोनों से किया हमला, भारतीय सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब

सभी देखें

नवीनतम

WBCHSE HS 12th Result : बंगाल में 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित, जानिए कितने फीसदी छात्र हुए उत्तीर्ण

Gujarat HSC Result : गुजरात बोर्ड 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित, जानिए कला और विज्ञान में कितने फीसदी छात्र हुए उत्‍तीर्ण

कल आएगा 10वीं और 12वीं का रिजल्‍ट, CM मोहन यादव करेंगे घोषणा

ब्रिटेन का यॉर्क विश्वविद्यालय मुंबई में खोलेगा अपना केंपस, पहला बैच 2026 में होगा शुरू

यूपी बोर्ड 2025 का परीक्षा परिणाम घोषित, बालिकाओं का रहा दबदबा, टॉपर्स में छोटे जिलों ने दिखाया कमाल

अगला लेख