गिलक्रिस्ट ने अपनी छवि खराब कर दी

Webdunia
श्रीलंका के पूर्व कप्तान मर्वन अटापट्टू ने एडम गिलक्रिस्ट की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इस ऑस्ट्रेलियाई ने लोगों का ध्यान खींचने के लिये मुथैया मुरलीधरन को 'चकर' कहा।

अटापट्टू ने कहा कि मैं इसे बेतुका बयान मानता हूँ। आईसीसी ने मुरली का साथ देकर सही काम किया था और यह उनका फैसला था। उन पर श्रीलंका बोर्ड का कोई दबाव नहीं था तथा बोर्ड ने इस मामले को नस्लीय रंग देने की धमकी भी नहीं दी थी।

गिलक्रिस्ट ने अपनी आत्मकथा 'ट्रू कलर्स' में मुरलीधरन के गेंदबाजी एक्शन पर सवाल उठाए हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद पर आरोप लगाए कि उन्होंने तब इस गेंदबाज का बचाव किया, जबकि श्रीलंका बोर्ड ने उनकी गेंदबाजी एक्शन पर सवाल उठाने को नस्लीय रंग देने की कोशिश करके हस्तक्षेप किया था।

आईसीएल में दिल्ली जाइंट्स की टीम से खेल रहे अटापट्टू ने कहा कि मुरलीधरन और सचिन तेंडुलकर जैसे खिलाड़ियों पर अँगुली उठाकर गिलक्रिस्ट स्वयं की छवि के लिये अच्छा नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा ‍कि प्रत्येक के अपने विचार होते हैं और वह उन्हें रखने के लिए स्वतंत्र है लेकिन यदि कोई मुरली और सचिन जैसे खिलाड़ियों के लिए कुछ बुरा कहे तो इससे कुछ बदलेगा नहीं। वे महान खिलाड़ी हैं और किसी को लोगों का ध्यान खींचने के लिए जान-बूझकर उन पर अँगुली नहीं उठानी चाहिए।

अटापट्टू ने कहा ‍कि जब वह ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेलते थे तब उन्होंने ऐसा क्यों नहीं कहा। उनके हाल की टिप्पणियों से किसी खिलाड़ी का कुछ नहीं बिगड़ेगा बल्कि उनकी खुद की साख पर बट्टा लगेगा।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?