तेंडुलकर को मिलेगी पाली उमरीगर ट्रॉफी

Webdunia
शनिवार, 14 मई 2011 (19:54 IST)
बीसीसीआई ने महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर को ‘2009-2010 के सर्वश्रेष्ठ भारतीय क्रिकेटर के लिए पाली उमरीगर ट्रॉफी’ देने का फैसला किया है। तेंडुलकर को यहां 31 मई को चौथे वार्षिक बीसीसीआई पुरस्कारों के दौरान यह ट्रॉफी दी जाएगी। इस समारोह में भारतीय टीम को भी सम्मानित किया जाएगा जिसने पिछले माह 28 बरस बाद विश्व कप जीता।

बीसीसीआई सचिव एन श्रीनिवासन ने एक बयान में कहा कि एक अन्य आकषर्ण सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार भी होगा। इस पुरस्कार के विजेता की घोषणा 27 मई को की जाएगी। इसके विजेता को ट्रॉफी और 15 लाख रुपए दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा, ‘2009-2010' सत्र में अंतरराष्ट्रीय, घरेलू और आयु वर्ग क्रिकेट टूर्नामेंट में उम्दा प्रदर्शन करने वालों को भी इस समारोह में सम्मानित किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दो दशक से भी अधिक समय पूरा कर चुके तेंडुलकर ने 2009-10 सत्र में 10 टेस्ट में 82 की औसत से 1064 रन बनाए। इसमें एक दोहरा शतक और पांच शतक भी शामिल हैं।

तेंडुलकर ने 12 वनडे में 69.5 की औसत से 695 रन भी बनाए जिसमें किसी पुरुष क्रिकेटर द्वारा जड़ा पहला दोहरा शतक भी शामिल है। बीसीसीआई ने कहा कि तेंडुलकर को ट्रॉफी और पांच लाख रुपए का चैक दिया जाएगा।

अन्य पुरस्कार विजेता इस प्रकार हैं : रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक रन के लिए माधव राव सिंधिया पुरस्कार मनीष पांडे को, रणजी ट्राफी में सर्वाधिक विकेट के लिए माधव राव सिंधिया पुरस्कार अभिमन्यु मिथुन को, सर्वश्रेष्ठ अंडर 16 क्रिकेटर के लिए एमए चिदंबरम ट्राफी बी अपराजित को, सर्वश्रेष्ठ अंडर 19 क्रिकेटर के लिए एमए चिदंबरम ट्रॉफी भार्गव मेराई को सर्वश्रेष्ठ अंडर 22 क्रिकेटर के लिए एमए चिदंबरम ट्रॉफी नटराज बहेड़ा को, सर्वश्रेष्ठ जूनियर महिला क्रिकेट के लिए एमए चिदंबरम ट्रॉफी रेवा अरोड़ा को। (भाषा)

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?