भारत 'ए' का पलड़ा भारी

Webdunia
बुधवार, 22 अगस्त 2007 (00:07 IST)
भारत 'ए' ने त्रिकोणीय एक दिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट में अपने शानदार प्रदर्शन से श्रीलंका ए के खिलाफ बुधवार को होने वाले फाइनल में खिताब के लिए अपना दावा मजबूत कर लिया है।

भारत ए टीम ने लीग के अपने चार मुकाबलों में से तीन जीतकर फाइनल में स्थान बनाया, जबकि श्रीलंका ए टीम सोमवार को केन्या के खिलाफ मैच वर्षा के कारण रद्द हो जाने से फाइनल में पहुँच गई।

श्रीलंका ए और केन्या के बीच करो या मरो के मुकाबले में पाच गेंद फेंके जाने के बाद ही वर्षा आ गई और मैच को रद्द करना पड़ा। केन्या और श्रीलंका ए दोनों ने लीग में केवल एक-एक मैच जीता था, लेकिन श्रीलंका ए ने भारत ए के खिलाफ लीग में जीत के साथ मिले बोनस अंक के कारण खिताबी मुकाबले में जगह बना ली।

भारत ए ने टूर्नामेंट में धमाकेदार शुरुआत करते हुए मेजबान केन्या को 10 विकेट से रौंदा था, लेकिन इसके बाद अगले मैच में उसे श्रीलंका ए के हाथों चार विकेट की पराजय का सामना करना पड़ा था। भारत ने इस झटके से संभलते हुए केन्या को 80 रन से रौंदा और अपने आखिरी लीग मैच में श्रीलंका ए को 44 रन से हरा दिया।

नइमुद्दीन ने कहा कि मुझे जब भी कोई काम दिया गया, चाहे वह क्लब स्तर पर हो या राष्ट्रीय स्तर पर, मैंने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की। मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है।

उल्लेखनीय है कि तत्कालीन और मौजूदा कप्तान बाइचुंग भूटिया के नेतृत्व में भारतीय खिलाड़ियों ने उनकी खेल शैली के खिलाफ विद्रोह किया था।

भारत ए टीम अपने पिछले मैच में हालाँकि 198 रन पर आउट हो गई थी, लेकिन उसने श्रीलंका ए को मात्र 154 रन पर समेट दिया था। बाएँ हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने इस मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए 21 रन पर पाँच विकेट झटके थे। ओझा ने अपने प्रथम श्रेणी कॅरियर में पहली बार पाँच विकेट हासिल किए थे।

टूर्नामेंट में अब तक ओपनर प्रवीण कुमार और बाएँ हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज इरफान पठान ने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन किया है। कप्तान मोहम्मद कैफ पिछले दो मैचों में अच्छी पारियाँ खेलकर फॉर्म में लौटे है, जबकि सुब्रमण्यम बद्रीनाथ, यूसुफ पठान और अर्जुन यादव ने बल्लेबाजी में अच्छे हाथ दिखाए हैं। अर्जुन ने पिछले मैच में भारतीय पारी का एक मात्र अर्धशतक बनाया था।

गेंदबाजी टूर्नामेंट में अब तक भारत का सबसे मजबूत पक्ष रही हैं। यो महेश, प्रवीण, पंकज सिंह और पठान ने सभी मैचों में प्रतिद्वंदियों को झकझोरा है, जबकि युवा लेफ्ट ऑर्म स्पिनर ओझा फाइनल में तुरुप का पत्ता हो सकते हैं।

श्रीलंका ए की टीम में कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है, लेकिन फाइनल में उसका प्रदर्शन गयान विजेकून और कौशल लोकूराच्छी के ऑलराउंड खेल तथा तेज गेंदबाज सुजीवा डिसिल्वा पर निर्भर करेगा।

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