युवराज यानी भारतीय क्रिकेट का प्रेमपुजारी

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- वेबदुनिया न्यूज
मशहूर अदाकारा सुचित्रा सेन (फिल्म 'आँधी' में सशक्त अभिनय करने वाली आरती) की नातिन और अभिनेत्री मुनमुन सेन की बेटी रायमा सेन का नाम जबसे 'क्रिकेट के प्रेमपुजारी' युवराजसिंह के नाम के साथ जुड़ा है, तब से मीडिया की उन पर खास नजर रहने लगी है।

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वे कहाँ जाती हैं, क्या करती हैं और रात में किसके साथ घर लौटती हैं, इस पर मीडिया चौकस निगाह रखे हुए है। रायमा की युवराज से बढ़ती दोस्ती कितना सफर तय करेगी, यह तो नहीं मालूम, लेकिन इतना जरूर है कि दीपिका पादु‍कोण के दिल से निकलने के बाद युवराज का दिल रायमा पर आ गया है।

एक मशहूर कम्पनी है शिवाज रीगल। इस कम्पनी ने पिछले दिनों एक पार्टी का आयोजन किया था। स्टार टीवी के मुताबिक इस पार्टी में शराब और शबाब का दौर देर रात तक चलता रहा। पार्टी में युवराज और रायमा को भी न्योता था। युवराज के हाथों में तो जाम नहीं छलके, लेकिन वे बॉलीवुड अदाकारा को रोक नहीं सके। जैसे-जैसे रात गहराती जा रही थी, वैसे-वैसे नशे का सुरूर भी परवान चढ़ रहा था।

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कहा तो यहाँ तक जाता है कि रायमा नशे में ऐसी चूर-चूर हो गईं कि उनके पैर जमीन पर नहीं पड़ रहे थे। इसके पीछे वजह यह थी ‍कि पार्टी शिवाज रीगल की थी, जहाँ न पीना असभ्यता की निशानी थी। दूसरी बात उन्हें युवराज जैसे 'प्रेमपुजारी' का साथ मिला हुआ था। होशो-हवास तो उड़ना ही थे।

बहरहाल, रात के तीन बज चुके थे और रायमा होश में नहीं थीं। किसी तरह डगमगाते कदमों से वे अपनी कार तक पहुँचीं और युवराज उन्हें घर तक छोड़ने गए, ताकि कार चलाकर वे और कोई नया बखेड़ा न खड़ा कर दें।

जानकार लोग बताते हैं कि दीपिका की बेवफाई से घायल हुए युवराज के दिल को मरहम लगाने का काम आजकल रायमा सेन कर रही हैं। हाथों में हाथ डाले दोनों को अकसर साथ देखा जाता है। यह बात अलग है कि इस नए रिश्ते के लिए युवराज ने अपनी मम्मी शबनम सिंह से पूछा या नहीं, क्योंकि वे कहती हैं कि उनका बेटा बहुत भोला है और लोगों को पहचान नहीं पाता।

भारतीय क्रिकेट टीम में युवराजसिंह ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जो 'प्रेमजाल' की वजह से विवादों में रहते हैं। सबसे पहले फिल्म अभिनेत्री किम शर्मा के साथ उनका नाम जुड़ा। किम को युवराज ने हीरे की कीमती अँगूठी पहनाई तो लगा कि वे 'श्रीमती युवराज' होने जा रही हैं, लेकिन समय बीतने के साथ युवराज-किम की मोहब्बत के पन्ने पर धूल की मोटी परत चढ़ गई।

जब दीपिका पादुकोण ने ऑस्ट्रेलिया में युवराज के साथ लंच लिया तो कहा गया कि अब वे पूर्व क्रिकेटर योगराजसिंह की बहू बनने जा रही हैं, लेकिन दीपिका का दिल तो ऋषि कपूर के बेटे रणबीर के लिए धड़क रहा था।

दूसरी बार दिल टूटने पर युवराज फिर अकेले हो गए और इसी का फायदा उठाते हुए रायमा ने उनके दिल पर डाका डाला। रायमा की सुंदरता सादगी में छिपी हुई है। अपने छोटे से करियर में उन्हें कई प्रसिद्ध निर्देशकों के साथ काम करने का अवसर मिला है।

‘दमन’, ‘चोखेर बाली’, ‘अंतर महल’, ‘परिण‍िता’, ‘एकलव्य’ जैसी फिल्मों में रायमा ने विभिन्न चरित्रों को निभाते हुए अपनी अभिनय की रेंज प्रस्तुत की। हिंदी के अलावा बंगाली फिल्मों में भी उन्होंने गंभीर किस्म की भूमिका निभाई है। हाल ही में उनकी दो बंगला फिल्म ‘अनुरानन’ और ‘बांग कनेक्शन’ एक ही दिन प्रदर्शित हुईं।

रायमा ने 'सी कम्पनी’ नामक शुद्ध मुंबइया फिल्म भी हाल ही में पूरी की है। इस फिल्म में उनके साथ तुषार कपूर और मिथुन चक्रवर्ती भी हैं। रायमा आज उस मोड़ पर आ चुकी हैं कि उन्हें युवराज जैसे क्रिकेट सितारे के साथ अपना नाम जोड़कर रातोरात ख्याति (?) मिल रही है।

दूसरी तरफ सच्चे प्यार को तरस रहे युवराज अपने खेल पर कम, दूसरी चीजों पर ज्यादा ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं। यही कारण है कि इस वजह से उनका खेल भी प्रभावित हो रहा है।

ऑस्ट्रेलिया दौरे में खेले गए चार टेस्ट मैचों में वे बुरी तरह फ्लॉप रहे। एकदिवसीय मैचों की सिरीज के एकमात्र मैच में उनकी 78 रनों की पारी ही उल्लेखनीय रही। दूसरे चोचलों की वजह से ही युवराज जैसे खिलाड़ी ने खुद अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है।

यही कारण है कि महेन्द्रसिंह धोनी को भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया, जबकि युवराज को उपकप्तान। युवराज को बोर्ड ने मजबूरी के चलते उपकप्तान बनाया था, लेकिन इस भूमिका को भी वे सही ढंग से निभा नहीं सके। सनद रहे कि युवराज 1999 से भारतीय टीम का हिस्सा हैं, जबकि महेन्द्रसिंह धोनी ने अपना क्रिकेट करियर 2003 से शुरू किया था।

इसमें कोई शक नहीं कि युवराज एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं, लेकिन दूसरे कारणों की वजह से उनका ध्यान भंग हो रहा है। यदि वाकई वे अपना क्रिकेट करियर लंबे समय तक बरकरार रखना चाहते हैं, तो उन्हें कुछ सालों तक तो बॉलीवुड की चमकती-दमकती बालाओं से खुद को दूर रखना होगा।
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