एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 233
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द वॉल ने दिसंबर 2003 में एडिलेड टेस्ट में 233 रनों की बेमिसाल पारी खेली थी। इस पारी को उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी कहा जाता है।
वास्तव में ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में अपनी पहली पारी में 556 रनों का विशाल स्कोर बनाया था। जवाब में भारत के 85 रनों पर चार विकेट हो गए थे और उस पर फालोऑन का खतरा साफ नजर आ रहा था। ऐसे मुश्किल समय में द्रविड़ ने वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 303 रन जोड़कर भारत को न केवल मुश्किल से उबार दिया, बल्कि ऑस्ट्रेलिया को करारी शिकस्त भी दी।
द्रविड़ ने 594 मिनट की अपनी मैराथन पारी में 23 चौके और एक छक्के के साथ 233 रन बनाए और भारत को यह टेस्ट जिताने में अहम योगदान दिया। भारत ने यह मैच चार विकेट से जीता और द्रविड़ बने मैन ऑफ द मैच।
रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ 270 रन
भारत के लिए पाकिस्तान को पाकिस्तान में हराना बड़ी उपलब्धि रही है। अप्रैल 2004 में राहुल द्रविड़ ने रावलपिंडी टेस्ट में पाकिस्तान को अपनी 270 रनों की पारी की बदौलत शिकस्त दी।
यह द्रविड़ के टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर भी है। इस टेस्ट में दोनों टीमों से कोई अन्य बल्लेबाज शतक नहीं जमा पाया था, लेकिन द्रविड़ ने अपनी बेजोड़ तकनीक का मुजाहिरा पेश करते हुए 740 मिनट बल्लेबाजी करते हुए 34 चौके और एक छक्के की मदद से 270 रन बनाए। थे। भारत ने यह टेस्ट एक पारी और 131 रन से जीता और द्रविड़ मैन ऑफ द मैच रहे।
कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 180-
मार्च 2001 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कोलकाता के इडेन गार्डन पर खेला गया यह टेस्ट मैच वीवीएस लक्ष्मण की 281 रनों की पारी के लिए याद किया जाता है, लेकिन फॉलोऑन खेलने के बावजूद टेस्ट जीतना और लक्ष्मण की 281 रनों की पारी में बहुत कम लोगों को याद रहा कि भारतीय टीम की 'दीवार' राहुल द्रविड़ ने भी इस मैच में 180 रनों की लाजवाब पारी खेली। द् र
विड़ 446 मिनट की अपनी पारी में 20 चौके लगाए और ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट जीतने के ख्वाब को चकनाचूर कर दिया। भारतीय क्रिकेट इतिहास में यह मैच स्वर्ण अक्षरों से दर्ज है और भारत की इस अप्रत्याशित जीत में द्रविड़ की बड़ा योगदान रहा।
लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 103 रन