वार्न पर 50 हजार डॉलर का जुर्माना

Webdunia
गुरुवार, 19 मई 2011 (00:41 IST)
PTI
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने राजस्थान रॉयल्स के कप्तान शेन वार्न पर राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) के सचिव संजय दीक्षित की सार्वजनिक आलोचना करने के लिए उन पर 50 हजार डॉलर का भारी भरकम जुर्माना लगा दिया लेकिन वह प्रतिबंध से बच गए।

आईपीएल अध्यक्ष चिरायु अमीन और पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री के दो सदस्यीय आयोग ने राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) की वार्न के खिलाफ शिकायत पर सुनवाई करने के बाद यह फैसला सुनाया। आयोग ने वार्न को केवल जुर्माना लगा कर छोड़ दिया, जिससे ऑस्ट्रेलिया के इस लेग स्पिनर के लिए आईपीएल में शुक्रवार को अपना आखिरी मैच खेलने का रास्ता साफ हो गया।

आयोग ने सुनवाई के बाद अपने बयान में कहा कि वार्न अपनी इस हरकत के लिए पहले ही माफी मांग चुके थे, इसलिए उन्हें जुर्माना लगा कर छोड़ा जा रहा है। आयोग ने कहा कि वार्न पर खेलने के अनुबंध का उल्लंघन करने के कारण जुर्माना लगाया गया है। उन्हें साथ ही चेतावनी दी गई है कि इस तरह की हरकत दोहराने पर उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।

आयोग ने कहा कि आईपीएल से जुड़े सभी पक्षों को खेल की छवि और प्रतिष्ठा को हमेशा बनाए रखना चाहिए। यदि कोई इसे नुकसान पहुंचाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

दीक्षित की सार्वजनिक आलोचना कर वार्न ने आईपीएल के खेलने के अनुबंध का उल्लघन किया है। आयोग ने साथ ही यह फैसला सुनाने में उनके आईपीएल और खेल के प्रति अभूतपूर्व योगदान को भी ध्यान में रखा है।

आरसीए ने अपनी शिकायत में कहा था कि वार्न ने एक आईपीएल मैच के बाद उसके सचिव संजय दीक्षित का सार्वजनिक तौर पर अपमान किया था।

वार्न आईपीएल के मौजूदा सत्र के बाद प्रोफ्शेनल क्रिकेट को अलविदा कहने जा रहे हैं। वार्न एक मैच के लिए पिच को बदले जाने पर खासे नाराज थे और इसके लिए उन्होंने दीक्षित को जिम्मेदार ठहराया था।

वार्न और दीक्षित के झगड़े पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को दोनों को सुनवाई के लिए बुलवाया था। आईपीएल के पैनल के सामने उपस्थित होने के बाद दोनों ने पिच को बदलने और उसके बाद की घटनाओं के बारे में अपनी बातें रखी।

गत सप्ताह चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच के बाद वार्न ने मनमाफिक पिच नहीं उपलब्ध कराने के कारण आरसीए के सचिव संजय दीक्षित को भला बुरा कहा था जिसके बाद आरसीए ने वार्न के खिलाफ शिकायतें दर्ज करायी और आपराधिक मुकदमा ठोकने का फैसला किया था।

हालांकि रायल्स प्रबंधन ने एक तरफ नरम रूख अपनाते हुए वार्न की ओर से माफी का प्रस्ताव दीक्षित को भेजा था लेकिन दूसरी तरफ खुद वार्न ट्‍विटर पर दीक्षित से आमने सामने भिड़े हुए थे।

वार्न ने रविवार को ट्‍विटर पर कहा था आईपीएल खत्म होने दीजिए। फिर मैं उन सभी वादों का खुलासा करुंगा जो रायल्स टीम से किये गये थे लेकिन पूरे नहीं किए गए। दुर्भाग्य से यह सब दीक्षित के अभिमान से जुड़ गया है। यह मसला पूरी तरह राजस्थान रॉयल्स का है, दीक्षित का नहीं।

दीक्षित ने भी पलटवार करते हुए लिखा था कि मैं भी यह सब सुनने के लिए तैयार हूं। याद रहे कि सारे आरोपों के लिए आपके पास पक्के सबूत होने चाहिए। वार्न का कहना है कि दीक्षित ने उन्हें बेहतर पिच उपलब्ध कराने का वादा किया था लेकिन अंतिम क्षणों में नई पिच पर खेलने के निर्देश दिए गए, जिसका टीम को नुकसान हुआ।

इससे पहले मुंबई के खिलाफ 29 अप्रैल के मैच के दौरान मुंबई के मात्र 94 रन पर ढेर हो जाने के कारण भी पिच की जबर्दस्त आलोचना हुई थी और यहीं से सारे विवाद की शुरूआत हुई थी।

हालांकि तब वार्न और दीक्षित के सुर एक थे लेकिन चेन्नई के खिलाफ मैच के बाद दोनों आपस में ही उलझ गये और वार्न ने दीक्षित को सार्वजनिक रूप से झूठा तथा धोखेबाज तक कह दिया था। (वार्ता)

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