सख्ती से खिलाड़ियों के रवैये में सुधार

Webdunia
शुक्रवार, 18 जून 2010 (23:02 IST)
ट्वेंटी 20 विश्व कप में टीम इंडिया के लचर प्रदर्शन के बाद कुछ खिलाड़ियों के खिलाफ बीसीसीआई की अनुशासनात्मक कार्रवाई से क्रिकेटरों के रवैये पर काफी असर पड़ा है।

टीम के एक सूत्र ने कहा कि खिलाड़ी वेस्टइंडीज में ट्वेंटी 20 विश्व कप के दौरान इतने गंभीर नहीं थे, जितने यहाँ दिखाई दे रहे हैं।

सूत्र के अनुसार खिलाड़ियों की ‘बॉडी लैंग्वेज’ सकारात्मक और आक्रामक दिख रही है। इस दौरे पर वह जो भी कुछ कर रहे हैं उसमें कुछ करने की इच्छा नजर आ रही है और ट्रेनिंग सत्र भी काफी कड़े हो गये हैं जिसमें फिटनेस और क्षेत्ररक्षण ड्रिल्स पर अधिक तवज्जो दी जा रही है।

एक सूत्र ने कहा कि हमने उनके रवैये में काफी बदलाव देखा है। टी20 विश्व कप कप के बाद बीसीसीआई के खिलाड़ियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने से जिम्बाब्वे के काफी अंतर देखने को मिला। श्रीलंका में यह काफी बेहतर है। खिलाड़ियों में काफी गंभीरता है।

सूत्र ने कहा कि खिलाड़ियों में दर्शकों के समक्ष यह साबित करने की इच्छा है कि वह इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजियों की तुलना में देश के प्रति अधिक समर्पित हैं।

यह भी पता चला है कि टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में बांग्लादेश को छह विकेट से हराने के बाद टीम बस से रास्ते में ही उतर गई थी और फिर ढाई किलोमीटर दौड़कर टीम होटल पहुँची। यह भी पता चला है कि टीम के रात को बाहर घूमने फिरने पर पाबंदी लगा दी गई जबकि शराब के सेवन की सख्त मनाही है।

रोचक बात है कि ड्रेसिंग रूप में साफ्ट ड्रिंक की जगह नारियल पानी ने ले ली है और खिलाड़ियों की डाइट भी टीम प्रबंधन ने तय की है। (भाषा)

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