स्पिनरों के दम पर जीता कोलकाता

Webdunia
शुक्रवार, 20 मई 2011 (00:53 IST)
WD
कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपने स्पिनरों यूसुफ पठान (दो विकेट) शाकिब अल हसन ((दो विकेट) और इकबाल अब्दुल्ला (एक विकेट) की घातक गेंदबाजी के दम पर मेजबान पुणे वारियर्स को आईपीएल-4 मुकाबले में 20 गेंदें शेष रहते सात विकेट से हराकर प्लेआफ के लिए अपना दावा मजबूत कर लिया।

कोलकाता के कप्तान गौतम गंभीर ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का चतुराई भरा फैसला किया और उनके चतुर स्पिनरों ने इस फैसले को बिल्कुल सही साबित किया। कसी हुई गेंदबाजी की बदौलत कोलकाता ने पुणे सात विकेट पर 118 रन के औसत स्कोर पर रोक दिया और बाद में गौतम गंभीर (नाबाद 54) के कप्तानी अर्द्धशतक तथा यूसुफ पठान के तेज तर्रार 29 रनों की मदद से 16.4 ओवर में ही तीन विकेट पर 119 रन बनाकर जीत हासिल कर ली।

इस जीत के साथ कोलकाता के अब 13 मैचों से 16 अंक हैं। उसे अब अपना अंतिम लीग मैच मुंबई से 22 मई को खेलना है जबकि 12 मैचों से 16 अंक ले चुके मुंबई के दो मैच शेष हैं। किंग्स इलेवन पंजाब के 13 मैचों में 14 अंक हैं।

इस तरह अगर कोलकाता अपना आखिरी मैच जीतता है तो प्लेआफ में उसकी जगह बिना किसी बाधा के बन जाएगी लेकिन हारने की सूरत में उसे नेट रन रेट के सहारे रहना पड़ेगा। पुणे की टीम प्लेआफ की होड़ से पहले ही बाहर हो चुकी है और उसके 13 मैचों से आठ अंक हैं।

शाकिब ने बेहद किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 16 रन देकर कालम फर्ग्युसन (16) और सौरव गांगुली (18) के रूप में दो अहम विकेट झटके जबकि यूसुफ ने इतने ही ओवर में 23 रन देकर ओपनर जेसी राइडर तथा विकेटकीपर रॉबिन उथप्पा को चलता कर दिया। अब्दुल्ला ने तीन ओवर में 12 रन देकर एक जबकि तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी ने मात्र एक ओवर में सात रन देकर दो विकेट लिए।

बल्लेबाजी की बारी आई तो गंभीर ने 46 गेंदों में सात चौकों की मदद से नाबाद 54 रन बनाए जबकि यूसुफ ने मात्र 25 गेंदों पर 29 रन की अपनी तूफानी पारी में चिर-परिचित अंदाज में तीन चौके और एक छक्का जड़ा। दोनों बल्लेबाजों के बीच तीसरे विकेट के लिए 8.1 ओवर में 64 रन की मैच विजयी साझीदारी हुई।

यूसुफ को पुणे की ओर से खेल रहे कोलकाता के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने वायेन पार्नेल की गेंद पर कैच किया। पुणे की ओर से अल्फांसो थामस, पार्नेल और भुवनेश्वर कुमार को एक-एक विकेट मिला।

हालांकि 119 रन के मामूली लक्ष्य पीछा करने में कोलकाता को पहले ही ओवर में ओपनर श्रीवत्स गोस्वामी (6) के रूप में पहला झटका लग गया। मात्र तीन गेंदों में एक चौका जड़कर छह रन बनाने वाले गोस्वामी दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज आलफांसो थामस की गेंद समझ नहीं पाए और उनके बल्ले को छूती गेंद विकेटकीपर रॉबिन उथप्पा के दास्तानों में समा गई।

इसके बाद गंभीर खूंटा गाड़कर खड़े हो गए और टीम को जीत दिलाकर ही दम लिया। उन्होंने अपना अर्द्धशतक 43 गेंदों में सात चौकों की मदद से 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर पूरा किया। तब टीम जीत से मात्र पांच रन दूर थी।

गंभीर ने दूसरे विकेट के लिए मनोज तिवारी (24) के साथ 46 रन जोड़े और फिर यूसुफ के साथ मिलकर टीम को जीत की मंजिल दिला दी। तिवारी ने 24 गेंदों की अपनी पारी में एक चौका और एक छक्का जड़ा। उन्हें भुवनेश्वर कुमार ने शॉर्ट गेंद पर बोल्ड कर दिया।

इससे पहले कोलकाता की ओर से अब्दुल्ला ने ओपनर मनीष पांडे (16) को पगबाधा किया जबकि बालाजी ने 20वें ओवर की तीसरी गेंद पर कप्तान युवराज सिंह (24) को विकेट के पीछे श्रीवत्स गोस्वामी के हाथों कैच करा पैवेलियन की राह दिखा दी जबकि पारी की आखिरी गेंद पर सचिन राणा (18) को बोल्ड कर दिया।

वारियर्स की ओर से युवराज ने सर्वाधिक 24 रन बनाए। उन्होंने 26 गेंदों की अपनी पारी में दो चौके जड़े। बालाजी की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में वह लपके। हालांकि यह गेंद फेंकते वक्त बालाजी के पैर का एक हिस्सा क्रीज की लाइन से बाहर हो चुका था, जिसके कारण युवराज इसे नोबॉल समझ रहे थे लेकिन टीवी रिप्ले में जांच के बाद गेंद वैध पाई गई और युवराज को विदा होना पड़ा।

वारियर्स की पारी में लगातार विकेट गिरते रहे और कोई बड़ी साझीदारी नहीं हो सकी। टीम को दूसरे ही ओवर में राइडर के रूप में पहला झटका यूसुफ ने दे दिया। इसके बाद मनीष पांडे 16, फर्ग्युसन 16, गांगुली 18 और उथप्पा 12 रन बनाकर जल्दी जल्दी-जल्दी आउट हो गए।

पुणे का स्कोर 14वें ओवर में पांच विकेट पर 79 रन हो गया था। युवराज ने विकेटों की पतझड़ को तो रोका लेकिन वे रनगति नहीं बढा सका। युवी के संघर्ष के कारण ही टीम 100 रन का आंकड़ा भी पार कर सकी।

इस मैच में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली से उनके प्रशंसकों को काफी उम्मीदें थी लेकिन वह कुछ खास नहीं कर सके और 22 गेंदों का सामना कर मात्र एक चौके की मदद से 18 रन बनाकर शाकिब की ऑफ ब्रेक को स्क्वेयर लेग पर यूसुफ के हाथों में थमाकर आउट हो गए। सचिन राणा ने 16 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 18 रन बनाए।

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