Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

भारत में 2012 में मिली जीत एशेज में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के समकक्ष : एंडरसन

हमें फॉलो करें भारत में 2012 में मिली जीत एशेज में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के समकक्ष : एंडरसन
लंदन , मंगलवार, 24 जुलाई 2018 (14:54 IST)
लंदन। इंग्लैंड के बाकी क्रिकेटरों की तरह जेम्स एंडरसन के लिए भी एशेज टेस्ट क्रिकेट में सबसे ऊपर है लेकिन 2012 में भारत के खिलाफ अपने प्रदर्शन को भी वह सर्वश्रेष्ठ में गिनते हैं।
 
 
एंडरसन ने एक अगस्त से बर्मिंघम में शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले कहा कि हमने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उस समय खेला है जब वह नंबर एक टीम थी। भारत भी मेरी नजर में उसी दर्जे पर है। उन्होंने कहा, 2012 में भारत के खिलाफ मेरी सर्वश्रेष्ठ श्रृंखला थी। एक तेज गेंदबाज के तौर पर भारत जाना जबकि सभी कह रहे हों कि वहां स्पिनरों को विकेट मिलते हैं, ऐसे में यह साबित करना था कि उन हालात में भी आप कामयाब हो सकते हैं।
 
उन्होंने कहा कि मेरे कैरियर की वह ऐसी श्रृंखला थी जिस पर मुझे गर्व है। आप हमेशा सर्वश्रेष्ठ के खिलाफ खेलना चाहते हैं। इससे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की प्रेरणा मिलती है। भारत में 2012 की श्रृंखला में एंडरसन ने चार मैचों में 12 विकेट लिए थे। इंग्लैंड ने श्रृंखला 2-1 से जीती थी।
 
अब तक 138 टेस्ट में 540 विकेट ले चुके एंडरसन ने उस जीत को एशेज के समकक्ष बताया। उन्होंने कहा, भारत और इंग्लैंड के बीच हमेशा से स्वस्थ प्रतिद्वंद्विता रही है। हर श्रृंखला में काफी प्रतिस्पर्धी और आला दर्जे का क्रिकेट खेला जाता है। एंडरसन ने कहा कि एक इंग्लिश क्रिकेट होने के नाते मेरे लिये एशेज सर्वोपरि है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी यही जवाब देंगे। टेस्ट क्रिकेट में उससे बड़ा कुछ नहीं और हम हर हालत में उसे जीतना चाहते हैं। लेकिन मैं सबसे उम्दा टीमों के खिलाफ भी खेलना चाहता हूं।
 
उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ चुनौती का उन्हें इंतजार है और इंग्लैंड के सीनियर खिलाड़ियों पर अच्छे प्रदर्शन का दारोमदार होगा। उन्होंने कहा कि हम पर अच्छे प्रदर्शन की जिम्मेदारी है क्योंकि हम सीनियर खिलाड़ी हैं। मेरी स्टुअर्ट ब्राड के साथ अच्छी साझेदारी रही है और हम उस तालमेल को आगे भी कायम रखना चाहेंगे। (भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

आईपीएल करार से विकेटकीपिंग में सलाह तक धोनी ने पंत को सिखाए कई गुर