क्या कहता है गाबा का गणित? किस टीम को होगा तीसरे टेस्ट में फायदा?

बल्लेबाजों की फॉर्म से जूझ रही भारत का चुनौतियों से निपटने का अनुभव होगा कारगर

WD Sports Desk
शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024 (18:08 IST)
INDvsAUSबल्लेबाजों की फॉर्म से जूझ रही भारतीय टीम शनिवार से गाबा के मैदान पर शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में शीर्ष और मध्यम क्रम में नई गेंद की चुनौतियों से निपटने में अनुभव जीत के लिए कारगर हथियार हो सकता है।गाबा की उछाल भरी पिच पर कप्तान रोहित शर्मा की सलामी बल्लेबाज के रूप में वापसी और केएल राहुल मध्य क्रम में उतरने की रणनीति नई गेंद की चुनौतियों से निपटने में कारगर हो सकती हैं।

पिछले दो टेस्ट मैचों में देखा गया है कि बल्लेबाजी क्रम में बदलाव भारत के लिए चुनौती बना हुआ है। गेंदबाजी में भारतीय टीम जसप्रीत बुमराह पर अधिक निर्भर दिख रही है। राहुल अपनी बहुमुखी प्रतिभा और शांत स्वभाव के कारण महत्वपूर्ण खिलाड़ी माने जाते। उनके पास पारी के अंत तक ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों से निपटने का अनुभव हैं। रोहित के जायसवाल के साथ ओपनिंग करने पर भारत को शीर्ष पर युवा और अनुभव का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी।

ऐसे में सीरीज में सर्वश्रेष्ठ भारतीय बल्लेबाज साबित हुए केएल राहुल को मध्यक्रम की जिम्मेदारी संभालनी होगी। यह फेरबदल न केवल भारत के बल्लेबाजी क्रम को मजबूत करता है, बल्कि दबाव की समस्या का निराकरण करेगा।

रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के महत्वपूर्ण योगदान के साथ-साथ भारत की बढ़त लेने की संभावना इस नए दृष्टिकोण पर निर्भर है। गेंदबाजी में आकाश दीप, हर्षित राणा की जगह ले सकते हैं, जबकि वाशिंगटन सुंदर को आर. अश्विन की जगह प्राथमिकता मिल सकती है।

वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया के शीर्षक्रम को देखा जाये तो ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड टेस्ट भले ही जीत दर्ज की हो, लेकिन उसके लिए भी शीर्षक्रम की फॉर्म अभी भी चिंता का विषय है। जॉश हेजलवुड पूरी तरह से फिट होकर टीम में वापसी कर रहे हैं और वह एकादश में स्कॉट बोलैंड की जगह लेंगे। इस बीच जोश हेजलवुड की वापसी से उत्साहित ऑस्ट्रेलिया भारत की लाइन-अप की किसी भी कमजोरी का फायदा उठाने का प्रसास करेगा।

गाबा की पिच पूरी तरह से हरी दिख रही है, जिसका साफ मतलब है कि यहां पर तेज गेंदबाजों को अतिरिक्त उछाल मिलेगा। जब भी सीजन की शुरुआत में यहां मैच हुए हैं, तेज गेंदबाजों ने मैच को जल्दी खत्म किया है और परिणाम ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में रहे हैं। वहीं पिछले चार सालों में जब दो बार यहां टेस्ट मैच सीजन के आखिर यानी जनवरी में हुआ है, तब ऑस्ट्रेलियाई टीम को क्रमशः भारत और वेस्टइंडीज से बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है।(एजेंसी)<>

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