राष्ट्रमंडल खेलो में एजबेस्टन में खेले गए एक काफी रोमांचक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 3 विकेट से हरा दिया। रेनुका सिंह ने शुरुआत में बहुत बढ़िया गेंदबाजी का मुजायरा किया लेकिन पहले पॉवरप्ले में ही उनका पूरा उपयोग कर लिया गया। एशले गार्डनर ने अर्धशतक जड़कर ऑस्ट्रेलिया को पहला मैच जितवा दिया।
भारत ने कप्तान हरमनप्रीत कौर (52) के शानदार अर्धशतक की बदौलत 20 ओवर में आठ विकेट पर 154 रन का मजबूत स्कोर बनाया जबकि ऑस्ट्रेलिया ने अपने पांच विकेट 49 रन पर गंवाने के बावजूद गार्डनर की 35 गेंदों में नौ चौकों की मदद से बनी नाबाद 52 रन की पारी के दम पर 19 ओवर में सात विकेट पर 157 रन बनाकर जीत अपने नाम की।
हरमन ने 34 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने 33 गेंदों में नौ चौकों के सहारे 48 रन बनाये। स्मृति मंधाना ने 17 गेंदों में पांच चौकों के सहारे 24 रन और जेमिमाह रॉड्रिग्स ने 12 गेंदों में 11 रनों का योगदान दिया।ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जेस जॉनासन ने चार ओवर में 22 रन देकर चार विकेट झटके।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे ऑस्ट्रेलिया को मध्यम तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने शुरूआती चार विकेट लेकर संकट में डाल दिया। दीप्ति शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया का पांचवां विकेट 49 के स्कोर पर गिरा दिया। लेकिन इसके बाद गार्डनर और ग्रेस हैरिस ने छठे विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की। हैरिस ने 20 गेंदों पर 37 रन में पांच चौके और दो छक्के लगाए।
ऑस्ट्रेलिया का सातवां विकेट 110 के स्कोर पर गिरा लेकिन गार्डनर के क्रीज पर रहते ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदें बनी हुई थीं। गार्डनर को अलाना किंग का अच्छा साथ मिला और दोनों ने आठवें विकेट के लिए 47 रन की अविजित साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को एक ओवर शेष रहते जीत की मंजिल पर पहुंचा दिया। किंग ने 16 गेंदों पर नाबाद 18 रन में तीन चौके लगाए। भारत की तरफ से रेणुका सिंह ने 18 रन पर चार और दीप्ति ने 24 रन पर दो विकेट लिए।
यह मैच वैसे तो रेणुका के लिए याद किया जाना चाहिए था लेकिन अब इसे ऐश्ली गार्डनर के पराक्रम के लिए जाना जाएगा। एक समय 49 रन पर 5 विकेट खो चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम को उन्होंने ग्रेस हैरिस के साथ मिलकर ना सिर्फ़ संकट से उबारा बल्कि एक आतिशी पारी खेल अपनी टीम को एक ओवर पहले ही जीत दिला दी। अब भारतीय टीम को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए अपने दोनों मैच जीतने होंगे, अन्यथा उन्हें अन्य परिणामों पर निर्भर रहना होगा।