होबार्ट। टेस्ट कप्तान टिम पेन ने स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम विराट कोहली से किसी भी तरह की लड़ाई से बचने के लिए बिना वजह उन्हें उकसाने से बचती रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह भारतीय कप्तान के बल्ले को शांत रखने की रणनीति थी ना कि आईपीएल अनुबंध को बचाने की योजना जैसा कि पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने दावा किया था।
पेन ने क्लार्क के उन दावों को खारिज किया कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में ऐसा भी दौर था जब वे आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ मोटे अनुबंध हासिल करने के लिए कोहली पर दबाव नहीं बनाते थे। पेन ने कहा, ‘मैंने निश्चित रूप से ज्यादा लोगों को विराट के साथ ज्यादा अच्छा व्यवहार करते हुए नहीं देखा था या फिर उन्हें आउट नहीं करने की कोशिश करते हुए नहीं देखा था।’
उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि कौन उनके लिए आसानी से गेंदबाजी कर रहा था, हम निश्चित रूप से उसे उकसाकर किसी तरह की लड़ाई नहीं करना चाहते थे क्योंकि हमें लगता था कि ऐसा करने से वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है।'
भारत को अक्टूबर 2020 से जनवरी 2021 तक ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है जिसमें उसे चार टेस्ट, तीन वनडे और तीन ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं।
पेन ने कहा, ‘कौन जानता है कि इस श्रृंखला में क्या होगा और हमने डाक्यूमेंट्री में देखा कि उन में से कुछ मैचों के दौरान भी काफी तनाव था। मैं भी निश्चित रूप से खुद को नहीं रोक रहा था लेकिन इस समय आईपीएल मेरे लिए इतना बड़ा नहीं है इसलिए मेरे पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन हमारे खिलाड़ी जब ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट मैच खेलते हैं, वे अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि जब वे विराट के खिलाफ गेंदबाजी कर रहे हों या फिर दौड़ रहे हों तो आईपीएल अनुबंध के बारे में नहीं सोच रहे होंगे।’पेन ने कहा कि 2018-19 श्रृंखला के दौरान यह रणनीतिक फैसला था और इसके पीछे कोई और मकसद नहीं था। (भाषा)