क्रिकेट में हर बार या तो इतिहास बनाया जाता है या तो उसे बदला जाता है। या तो एक स्थिति चली आती है या तो फिर वह बदली जाती है। साल 2012 के एशिया कप में ठीक वैसा ही हुआ पिछले 3 संस्करण से पाकिस्तान बनाम बांग्लादेश एक बेमतलब का मुकाबला रहा क्योंकि जब यह होता था तब तक दोनों ही टीमें टूर्नामेंट के बाहर हो जाया करती थी। लेकिन एशिया कप 2012 में फाइनल इन 2 टीमों के बीच खेला गया।
साल 2012 का एशिया कप भी पिछली बार की तरह ही 4 टेस्ट खेलने वाले देशों भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच खेला गया था। इस टूर्नामेंट में भी 7 मैच ही हुए और सीधे 2 शीर्ष टीमों के बीच फाइनल खेला गया था।
लेकिन दिलचस्प बात यह रही कि भारत से भी कम रन रेट होने के बावजूद मेजबान बांग्लादेश इस टूर्नामेंट का फाइनल खेल गया। यह पहला मौका था जब बांग्लादेश की टीम एशिया कप के फाइनल में पहुंची थी। देखते हैं उलटफेर से भरा यह एशिया कप कैसा रहा।
निचले क्रम पर आक्रामक बल्लेबाजी के बाद तीन विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज उमर गुल और मोहम्मद हाफिज के हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत पाकिस्तान ने एशिया कप 2012 क्रिकेट टूर्नामेंट के पहले मैच में मेजबान बांग्लादेश को 21 रन से हरा दिया।
पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 262 रन बनाए। जवाब में बांग्लादेश की टीम 48.1 ओवर में 241 रन पर आउट हो गई। गुल ने 9.1 ओवर में 58 रन देकर तीन विकेट लिए। मोहम्मद हाफिज, सईद अजमल और शाहिद अफरीदी को दो-दो विकेट मिले। हाफिज ने पाकिस्तान के लिए 89 रन की पारी भी खेली थी।बांग्लादेश की जीत की एकमात्र उम्मीद शाकिब अल हसन को गुल ने 49वें ओवर की पहली ही गेंद पर बोल्ड कर दिया। शाकिब ने 66 गेंद में चार चौकों की मदद से 64 रन बनाए।
भारत ने एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में तूफानी शुरुआत करते हुए श्रीलंका को 50 रनों से रौंद डाला। 'मैन ऑफ द मैच' विराट कोहली और गौतम गंभीर के करारे शतक के बाद इरफान की तेज गेंदों ने कहर बरपाया। पठान ने 8.1 ओवर में 32 रन देकर 4 विकेट लिए जबकि अश्विन ने तीन विकेट हासिल किए। इस जीत से भारत को 4 अंक मिले।
भारत ने श्रीलंका जीत के लिए 305 रनों का लक्ष्य दिया था लेकिन पूरी टीम 45.1 ओवर में 254 रनों पर ही सिमट गई। श्रीलंका की ओर से माहेला जयवर्धने (78) और संकगारा (65) टॉप स्कोरर रहे। श्रीलंका का स्कोर एक समय 35 ओवर में तीन विकेट पर 196 रन था लेकिन शेष 7 विकेट 58 रन के भीतर ही गिर गए।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए विराट कोहली (108) और गौतम गंभीर (100) के शतकों के बाद महेंद्र सिंह धोनी (26 गेंदों में नाबाद 46) और सुरेश रैना (17 गेंदों में नाबाद 30 सहारे निर्धारित 50 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 304 रन बनाए थे।
तेज गेंदबाज अयाज चीमा और आफ स्पिनर सईद अजमल की उत्कृष्ट गेंदबाजी से श्रीलंका को सस्ते में समेटने के बाद पाकिस्तान ने यहां कप्तान मिसबाह उल हक और उमर अकमल की शतकीय साझेदारी की बदौलत छह विकेट की जीत से एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी जगह लगभग सुनिश्चित की।
श्रीलंका के लिए टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अनुभवी कुमार संगकारा (71) और उपुल थरंगा (57) के बीच 96 रन की साझेदारी के अलावा कुछ भी सकारात्मक नहीं रहा।श्रीलंका ने अपने पहले चार विकेट 65 रन जबकि आखिरी छह विकेट 27 रन के अंदर गंवा दिए थे, जिससे उसकी टीम 45.4 ओवर में 188 रन पर ढेर हो गई।
पाकिस्तान ने भी 33 रन पर चोटी के तीन विकेट गंवा दिए थे।इसके बाद मिसबाह (नाबाद 72) और अकमल (77) ने चौथे विकेट के लिए 152 रन की साझेदारी की, जिससे उसकी टीम ने 39.5 ओवर में छह विकेट पर 189 रन बनाकर 61 गेंद शेष रहते ही जीत हासिल कर ली।
सचिन तेंडुलकर आखिरकार 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने में सफल रहे लेकिन उनके इस विशिष्ट कारनामे के बावजूद भारत को एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में मेजबान बांग्लादेश के जाबांज प्रदर्शन के सामने पांच विकेट से हार झेलनी पड़ी।
तेंडुलकर ने 114 रन बनाकर करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों की मुराद पूरी की। अपनी पारी के दौरान उन्होंने विराट कोहली (82 गेंद पर 66 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 148 रन और सुरेश रैना (38 गेंद पर 51 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 86 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की जिससे भारत पांच विकेट पर 289 रन बनाने में सफल रहा।
अनुभवी बल्लेबाज तमीम इकबाल (70), जहुरूल इस्लाम (53), नासिर हुसैन (54), साकिब अल हसन (49) और कप्तान मुशफिकर रहीम (25 गेंद पर नाबाद 46 रन) की उम्दा पारियों से बांग्लादेश ने हालांकि 49.2 ओवर में पांच विकेट पर 293 रन बनाकर भारतीय स्कोर बौना बना दिया।
भारत विराट कोहली (183 रन) के बेहतरीन शतक, सचिन तेंडुलकर और रोहित शर्मा के अर्धशतकों से आज यहां एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के हाई वोल्टेज लीग मैच में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को छह विकेट से शिकस्त देकर फाइनल की दौड़ में बरकरार रहा हालांकि पाकिस्तानी टीम फाइनल में पहुंच गई।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने सलामी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज (105) और नसीर जमशेद (112) के शानदार शतकों तथा दोनों के बीच पहले विकेट के लिए रिकॉर्ड 224 रन की साझेदारी से छह विकेट पर 329 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
भारतीय टीम ने कोहली (148 गेंद में 22 चौके और एक छक्के से 183 रन) के 11वें वनडे शतक, तेंडुलकर (52) के साथ दूसरे विकेट के लिए उनकी 133 रन और रोहित शर्मा (68) के साथ तीसरे विकेट के लिए 172 रन की भागीदारी से 47.5 ओवर में चार विकेट पर 330 रन बनाकर छह विकेट से जीत दर्ज की।यह सचिन तेंदुलकर का आखिरी वनडे मैच भी साबित हुआ।जीत के बावजूद भी भारत को ग्रुप स्टेज के अंतिम मैच का नतीजा ही फाइनल में पहुंचा सकता था जो श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच होना था।
मेजबान बांग्लादेश ने श्रीलंका को 5 विकेट से हराकर न केवल एशिया कप के फाइनल में प्रवेश किया, बल्कि भारतीय टीम को अपना सामान समेटकर स्वेदश वापस जाने का ऐलान भी कर डाला। टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी की चुनौती स्वीकार करते हुए श्रीलंका की टीम 49.5 ओवरों में 232 रन ही बना सकी थी। डकवर्थ लुईस नियम के तहत बांग्लादेश 40 ओवर में 212 रनों का टारगेट मिला था, जिसे उसने 5 विकेट खोकर 17 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।
तमीम ने 57 गेंद में नौ चौकों की मदद से 59 जबकि साकिब ने 46 गेंद में सात चौकों की मदद से 56 रन की पारी खेली। नासिर हुसैन (नाबाद 36) और महमूदुल्लाह (नाबाद 32) ने छठे विकेट के लिए 77 रन की अटूट साझेदारी करके टीम की जीत सुनिश्चित की।
इससे पहले बांग्लादेश ने नजमुल हुसैन (32 रन तीन विकेट) की धारदार गेंदबाजी से श्रीलंका को 49.5 ओवर में 232 रन पर रोक दिया था लेकिन पारी खत्म होने के बाद बारिश आ गई और लंबे विलंब के बाद जब खेल दोबारा शुरू हुआ तो बांग्लादेश को 40 ओवर में 212 रन का लक्ष्य मिला।
अमूमन जब अंकतालिका में बराबरी होती है तो नेट रनरेट से नतीजा निकाला जाता है कि कौन फाइनल खेलेगा लेकिन बांग्लादेश की रन रेट .022 भारत के नेट रनरेट 0.377 से भी कम थी। लेकिन बांग्लादेश को टूर्नामेंट के हेड टू हेड रिकॉर्ड के तहत एंट्री मिली क्योंकि ग्रुप स्टेज में बांग्लादेश भारत को हरा चुका था।