Tilak Varma : हैदराबाद के बाएं हाथ के बल्लेबाज तिलक पिछले दो सत्र के लिए मुंबई इंडियंस की टीम के अहम सदस्य रहे हैं जिनका स्ट्राइक रेट 47 मैचों में 142 से अधिक का रहा है।हैदराबाद के इस 20 साल के खिलाड़ी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरुआती तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 39, 50 और नाबाद 49 रन की पारियों के दौरान प्रभावित किया है।हाल ही में वह एशिया कप स्कॉड में भारत के एकमात्र युवा चेहरे के तौर पर शामिल हुए। उना एकदिवसीय पदार्पण एशिया कप में होकर ही रहेगा।लेकिन यह उपलब्धियां तिलक वर्मा को रातों रात नहीं मिली इसके लिए उन्होंने कड़ा संघर्ष किया है।
आइये विस्तार से जानते हैं कौन है तिलक वर्मा
तिलक वर्मा बाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के ऑफ ब्रेक गेंदबाज हैं। इनका जन्म 8 नवंबर 2002 को हुआ था। यह खिलाड़ी हैदराबाद से आतें हैं और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हैं। उन्होंने दिसंबर 2018 में हैदराबाद के लिए रणजी ट्रॉफी (2018-2019) में डेब्यू किया और फरवरी 2019 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) में। तिलक 2020 अंडर-19 विश्व कप में भी खेल चुके हैं। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी (2020-2021) में 2 शतक लगाए, जिसने मुंबई इंडियंस का ध्यान आकर्षित किया और मुंबई इंडियंस ने उन्हें 2022 में 1 करोड़ 70 लाख रुपये में खरीदा। तभी से तिलक वर्मा मुंबई इंडियंस के लिए अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं लेकिन इन्हे निखारने और इतने बड़े प्लेटफार्म तक लाने में सिर्फ मुंबई इंडियंस का हाथ नहीं है बल्कि उनके कोच सलाम बायश का भी है।
तिलक वर्मा के परिवार की आर्थिक स्तिथि ठीक नहीं थी। तिलक के पिता नंबूरी नागराजू, जो इलेक्ट्रीशियन के रूप में काम करते हैं, उनका कहना है कि कोच सलाम बयाश के योगदान के बिना उनके बेटे का यहाँ तक पहुंच पाना संभव नहीं हो पाता। कोच, सलाम बायश ने एक बार तिलक को एक मैदान में टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते हुए देखा था और तिलक की बल्लेबाजी से प्रभावित होकर उन्होंने तिलक को ट्रैन करने की ठानी। उन्हें पता था कि तिलक वर्मा का हुनर काफी ऊंचाई छूने के काबिल है।
कोच ने तिलक के पिता से बात कि और कहा कि वो तिलक को ट्रैन करेंगे और 40 किमी दूर अकादमी के लिए उन्हें उनके घर पर लेने भी आएँगे और घर वापस छोड़ने भी। तिलक के पिता कोच सलाम की बात से सहमत हुए। कोच सलाम बायश जो कि तिलक के घर से दो किलोमीटर दूर रहते थे, तिलक को अपनी बाइक से लिंगमपल्ली, हैदराबाद में अकादमी के लिए तिलक को लेने आते और घर छोड़ने भी जाते। 40 किलोमीटर की यह यात्रा एक साल तक हर दिन ऐसे ही चली और फिर कोच सलाम ने तिलक के पीता को अकादमी के पास ही शिफ्ट सलाह दी ताकि समय व्यर्थ न हो और तिलक उस समय का अपनी ट्रेनिंग में प्रयोग कर सके। तिलक के परिवार के पास बल्ला खरीदने के लिए भी पैसे नहीं थे, कोच सलाम ने तिलक को उसमे भी मदद की।
“मैंने पहली बार तिलक को बरकस मैदान में देखा, जहाँ वह अपने दोस्तों के साथ टेनिस बॉल क्रिकेट खेल रहे थे। मैंने उस से पूछा कि वह कहां ट्रेनिंग करता है। उसने कहा, 'मैं इसी मैदान पर ही खेलता हूं। तभी मैंने उसके पिता को फोन किया। मैंने उनसे तिलक को अकादमी में नामांकित करने का अनुरोध किया क्योंकि तिलक में क्षमता थी," बयाश ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया।
उन्होंने कहा “उनके पिता शुरू में उनकी आर्थिक तंगी के कारण सहमत नहीं थे। उनका घर मेरे घर से दो किलोमीटर दूर था, और मैंने कहा कि मैं तिलक के ट्रांसपोर्ट की जिम्मेदारी लूंगा।आपको उसे रोज लेने और छोड़ने की जरूरत नहीं है, और मैं उसकी फीस भी माफ कर दूंगा। फिर वे मान गए।"सलाम का तिलक पर विश्वास सफल रहा और तिलक आज आईपीएल जैसी लीग में धूम मचा रहे हैं। अगर यह इसी जज्बे के साथ खेलते रहे तो यह जल ही हमें टीम इंडिया के लिए खेलते दिखाई देंगे।
एशिया कप में चयन का यकीन नहीं - तिलक
Asia Cup 2023 के लिए भारतीय एकदिवसीय टीम में पहली बार चुने जाने के बाद युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा (Tilak Varma) ने मंगलवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह लिस्ट ए (List 'A') क्रिकेट की अपनी फॉर्म को एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में जारी रखने में सफल होंगे।
Tilak Varma ने इस महीने की शुरुआत में वेस्टइंडीज दौरे पर टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत के लिए पदार्पण किया था। (Tilak Varma T-20 Debut) वह 30 अगस्त से शुरू होने वाले Asia Cup के लिए 17 सदस्यीय भारतीय टीम में सबसे युवा खिलाड़ी हैं। (Asia Cup Indian Squad)
Tilak Varnma List 'A' Cricket
तिलक वर्मा ने लिस्ट ए क्रिकेट में 25 मैचों में 56.18 के प्रभावी औसत से रन बनाए हैं। उन्होंने इस दौरान पांच शतक और इतनी ही अर्धशतकीय पारियां खेली हैं।
वर्मा ने एक वीडियो साक्षात्कार में कहा, मैं एकदिवसीय क्रिकेट खेलने को लेकर वास्तव में आश्वस्त हूं। मैंने अपने राज्य के लिए लिस्ट ए क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है और अंडर-19 (स्तर) में भी मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है। मुझे विश्वास है कि मैं वनडे में अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं।
उन्होंने कहा, मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं एकदिवसीय में सीधे एशिया कप में पदार्पण करूंगा। मैंने भारत के लिए वनडे खेलने का सपना हमेशा देखा है। यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।
मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के इस खिलाड़ी ने कहा, यह मेरा सपना था कि भारत के टी20 में पदार्पण करने के एक साल के अंदर वनडे में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करूं। मुझे टी20 में देश के लिए खेलने का मौका मिला और फिर एशिया कप में मुझे बुलावा आ गया। मैं बस इसके लिए तैयारी कर रहा हूं।
वर्मा ने कहा कि भारतीय और मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने IPL के दौरान हमेशा उनका साथ दिया।
उन्होंने कहा, रोहित भाई ने हमेशा मेरा समर्थन किया है। जब मैं आईपीएल में खेल रहा था तो वह खुद ही मेरे पास आते थे। मैं शुरुआत में आईपीएल में थोड़ा नर्वस था लेकिन उन्होंने मुझे खेल का लुत्फ उठाने की सलाह दी और कहा कि जब भी किसी मदद की जरूरत हो तो मैं उन से संपर्क कर सकता हूं।