नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को अपने पूर्व महाप्रबंधक डॉ. एमवी श्रीधर के निधन पर शोक जताया, जिन्होंने हाल में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
श्रीधर का हैदराबाद में अपने निवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वे 51 बरस के थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा और एक बेटी है। वह पिछले महीने तक बीसीसीआई के क्रिकेट संचालन प्रमुख रहे। उन्होंने लगभग चार साल तक यह जिम्मेदारी निभाई।
बीसीसीआई ने बयान में कहा, वह 2013 में महाप्रबंधक के रूप में बीसीसीआई से जुड़े और क्रिकेट संचालन में अहम भूमिका निभाई। वे हैदराबाद क्रिकेट संघ के मानद सचिव और उपाध्यक्ष रहे और बोर्ड में एचसीए का प्रतिनिधित्व किया। वे दो बार भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर भी रहे।
बोर्ड ने कहा, डॉ. श्रीधर दो बार भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर रहे और हाल में वेस्टइंडीज दौरे पर भी उन्हें भारतीय टीम के साथ भेजा गया। जब वे खेलने थे तो उन्होंने शानदार तरीके से हैदराबाद की रणजी टीम की अगुआई की। उन्होंने 97 प्रथम श्रेणी मैचों में 6701 रन बनाए और हैदराबाद के लिए 366 रन की सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत पारी खेली।
इस बीच पूर्व क्रिकेटरों वीवीएस लक्ष्मण, एसएल वेंकटपति राजू और हैदराबाद क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जी विवेकानंद ने आज यहां श्रीधर को उनके निवास पर श्रद्धांजलि दी।
लक्ष्मण ने ट्वीट किया, डॉ. एमवी श्रीधर के निधन से गहरा आघात लगा है। मेरे लिए वे बड़े भाई जैसे थे जिन्होंने मुझे बल्लेबाजी की कला सिखाई थी। पूरे क्रिकेट समुदाय को उनकी कमी खलेगी। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
राजू ने कहा, यह काफी दुखद है। यह स्तब्ध करने वाला है। हम लंबे समय तक साथ क्रिकेट खेले। हमने कमरा साझा किया (खेलने के दिनों के दौरान)। यह हम सभी के लिए बड़ी क्षति है। विवेकानंद ने कहा कि श्रीधर का निधन क्रिकेट के लिए बड़ा नुकसान है।
उन्होंने कहा, उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने क्रिकेट प्रशासन में अच्छा काम किया। उन्होंने बीसीसीआई महाप्रबंधक के रूप में प्रभावी तरीके से क्रिकेट मामलों को संभाला। वे बीसीसीआई-आईसीसी मुद्दों से सही तरह से निपटे। विवेकानंद ने कहा, हमने सोचा था कि अगर वेबीसीसीआई महासचिव बनेंगे तो इससे क्रिकेट को फायदा होगा। (भाषा)