नई दिल्ली:अपने जमाने के दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी को बाइपास सर्जरी कराने के कारण शहर के एक अस्पताल में लगभग तीन सप्ताह बिताने के बाद छुट्टी मिल गयी है। अपने जमाने के दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी की पिछले महीने शहर के एक अस्पताल में बाइपास सर्जरी की गयी थी और अब वह स्वास्थ्य लाभ कर चुके हैं।
इस 74 वर्षीय पूर्व भारतीय कप्तान की हृदय संबंधी परेशानियों के कारण पिछले महीने सर गंगाराम अस्पताल में बाइपास सर्जरी की गयी थी। इसके बाद उनके मस्तिष्क में जमे रक्त के थक्कों के लिये भी आपरेशन किया गया था। बेदी के एक करीबी मित्र ने बताया कि उनकी प्रगति अच्छी है और उन्हें गुरुवार की शाम को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी।
उन्होंने एक अग्रणी न्यूज एजेंसी से कहा, चिकित्सकों को लगा कि अब वह घर जा सकते हैं और इसलिए उन्हें कल छुट्टी दे दी गयी। उन्हें पूर्ण विश्राम की सलाह दी गयी है। बायें हाथ के स्पिनर बेदी ने भारत की तरफ से 67 टेस्ट मैचों में 266 और 10 वनडे में सात विकेट लिये थे।
पिछले साल दिसंबर में दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के नाम पर रखने के फैसले का विरोध करने के कारण वह फिर चर्चा में रहे थे।
उन्होंने स्टेडियम की दर्शक दीर्घा से अपना नाम नहीं हटाने की स्थिति में डीडीसीए के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी थी।
पिछले साल दिया था डीडीसीए से इस्तीफा
अपनी खरी बातों और बगावती तेवरों के लिए प्रसिद्ध पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रोहन जेटली को पत्र लिखकर राजधानी के अरुण जेटली स्टेडियम से दर्शक स्टैंड से उनका नाम हटाने की अपील की थी और साथ ही उन्होंने डीडीसीए की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इस वाक्ये पर काफी विवाद खड़ा हुआ था और सोशल मीडिया पर भी उनका यह कदम चर्चा में बना रहा था।
यह पत्र बेदी ने तब लिखा जब डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय अरुण जेटली की प्रतिमा स्टेडियम में लगाने का फैसला किया गया था। इसके बाद डीडीसीए के अध्यक्ष और स्वर्गीय अरूण जेटली के पुत्र रोहन जेटली ने उनसे यह मांग वापस लेने का अनुरोध किया था।