हरारे: जिम्बाब्वे के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है।
टेलर ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, “ मैं आज बेलफास्ट में आयरलैंड के खिलाफ तीसरे और आखिरी वनडे मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लूंगा। यह घोषणा करते हुए मेरा मन बहुत भारी है कि कल मेरे प्यारे देश के लिए मेरा आखिरी मैच होगा। 17 साल के करियर में काफी उतार-चढ़ाव आए। इसने मुझे विनम्र होना सिखाया है। यहां बात हमेशा खुद को याद दिलाने की है कि मैं जिस स्थिति में था, वहां मैं कितना भाग्यशाली था। गर्व के साथ ग्लफ्स पहनना और मैदान पर अपना शत प्रतिशत देना हमेशा याद रहेगा। मेरा लक्ष्य हमेशा टीम को बेहतर स्थिति में खड़ा करना था। ”
वर्ष 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले टेलर ने अपने अब तक के करियर में 34 टेस्ट, 204 वनडे और 45 टी-20 मुकाबले खेले हैं। वह आज आयरलैंड के खिलाफ अपने करियर का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने उतरे, पहले जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों ने उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया इसके बाद आयरिश खिलाड़ियों ने टेलर का पिच पर तालियां बजाकर स्वागत किया।
जिसमें उनके पास वनडे प्रारूप में जिम्बाब्वे के शीर्ष रन स्कोरर बनने का मौका था। इस वनडे प्रारूप में रनों के मामले में हमवतन दिग्गज बल्लेबाज एंडी फ्लाॅवर से 109 रन पीछे थे। लेकिन वह तीसरे नंबर पर उतरने के बाद भी अपने अंतिम वनडे में सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए। दिलचस्प बात यह है कि एंडी फ्लॉवर भी टेलर की तरह एक विकेट थे।
वनडे में पहले ही 11 शतक उनके नाम हैं, जिसकी बदौलत वह वनडे में सर्वाधिक शतक लगाने वाले देश के शीर्ष खिलाड़ी हैं। 34 टेस्ट मैचों में 2320 रनों क साथ वह टेस्ट प्रारूप में जिम्बाब्वे के चौथे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, जबकि टी-20 क्रिकेट में वह रनों के लिहाज से हैमिल्टन मसाकादजा और सीन विलियम्स के बाद तीसरे स्थान पर हैं।
भारत के खिलाफ जड़ा था शतक फिर लिया था संन्यास
उल्लेखनीय है कि टेलर 2015 आईसीसी विश्व कप में जिम्बाब्वे के शीर्ष रन-स्कोरर रहे थे। उनका इंग्लैंड के नॉटिंघमशायर काउंटी क्लब के साथ भी करार है। आईसीसी विश्वकप 2015 में जहां भारतीय गेंदबाजों के सामने बल्लेबाजों को 50 रन बनाने में तकलीफ हो रही थी ब्रैंडन टेलर ने शतक जड़ दिया था। 110 गेंदो में टेलर ने 138 रन बनाए थे जिसमें 15 चौके और 5 छक्के शामिल थे।
इसके बाद टेलर ने संन्यास ले लिया था। वह 2019 आईसीसी विश्व कप क्वालीफायर के लिए राष्ट्रीय टीम में लौटने से पहले तीन सत्रों तक नॉटिंघमशायर के लिए खेले थे।