मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के लिए उनके मन में खास जगह है और यही वजह है कि पूर्व क्रिकेटर ब्रेट ली का फोन आने के बाद ‘बुशफायर बैश चैरिटी’ मैच से जुड़ने में तेंदुलकर ने तनिक भी विचार नहीं किया।
रविवार को यहां होने वाले इस मैच में रिकी पोंटिंग एकादश के कोच तेंदुलकर ने कहा कि जैसे ही ली ने उन्हें फोन किया, उन्होंने इस मैच के लिए हामी भर दी।
उन्होंने कहा, ‘मुझे ब्रेट ली का संदेश मिला। उसने कहा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी केविन राबर्ट्स मुझसे बात करना चाहते हैं। उन्होंने जैसे ही मुझसे पूछा, मैने तुरंत हां कर दी।’
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग को भयावह बताते हुए कहा कि वह पीड़ितों के लिए योगदान देकर खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘भयावह कहना भी कम होगा। इससे कितने जीवन प्रभावित हुए हैं। इंसान ही नहीं, वन्यजीव भी जो समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।’
ऑस्ट्रेलिया की यादें ताजा करते हुए तेंदुलकर ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया हमेशा से मुझे प्रिय रहा है। मैं 1991 में 18 वर्ष की उम्र में यहां आया था और चार महीने रहा था। मेरा लहजा भी ऑस्ट्रेलियाई हो गया था।’