मुंबई:एशियाई ओलंपिक परिषद ने क्रिकेट को हांगझाउ एशियाई खेल 2022 के खेल में शामिल कर लिया है। एशियाई ओलंपिक परिषद के मानद उपाध्यक्ष रणधीर सिंह ने कहा, हां, क्रिकेट को हांगझू एशियाई खेल 2022 के खेल कार्यक्रम में शामिल किया गया है।
क्रिकेट को 2010 और 2014 एशियाई खेलों में जगह मिली थी, लेकिन इंडोनेशिया में 2018 में हुए खेलों से इसे हटा दिया गया।भारत इससे पहले टीम के व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देकर इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता से बाहर रह चुका है।इस बार भारतीय टीम एशियाई खेलों में प्रतिनिधित्व करती है या नहीं इसका अंतिम फैसला बीसीसीआई को लेना है।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने क्रिकेट को एशियाई खेलों में शामिल करने का ओसीए के फैसले का स्वागत किया।
श्रीलंका और पाकिस्तान ने 2014 में क्रमश: पुरुष और महिला वर्ग में स्वर्ण पदक जीते थे जबकि 2010 में बांग्लादेश और पाकिस्तान ने बाजी मारी थी। राष्ट्रमंडल खेल 1998 में भी क्रिकेट को शामिल किया गया था और तब भारत ने भी अपनी टीम भेजी थी। इसमें शॉन पोलाक की अगुआई वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम ने स्टीव वॉ की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराकर स्वर्ण पदक जीता था।
एशियन गेम्स में भारत का रहा है शानदार प्रदर्शन2022 एशियन गेम्स 10 सितंबर से 25 सितंबर 2022 तक हांगझाउ, झेजियांग, चीन और पांच सह-मेजबान शहरों में होंगे। मल्टी-स्पोर्टिंग इवेंट में कुल 61 क्षेत्रों के साथ 40 खेल होंगे, जिनमें तैराकी, तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, घुड़सवारी, तलवारबाजी, फुटबॉल, हॉकी, जूडो, कबड्डी जैसे ओलंपिक खेल और काफी कुछ शामिल हैं। ई-स्पोर्ट्स और ब्रेकडांसिंग इस साल ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) द्वारा स्वीकृत होने के बाद 2022 एशियन गेम्स में पूर्ण पदक खेल के रूप में शुरू होगा, जबकि दर्शकों का उत्साह बढ़ाने के लिये क्रिकेट टी 20 फॉर्मेट में एशियन गेम्स में वापसी करेगा।
पहली बार, ओसनिया देशों के 300 से अधिक एथलीट्स को इस साल के एशियन गेम्स के 19वें संस्करण में प्रतिस्पर्धा करने का मौका दिया गया है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के एथलीट्स सहित ओसनिया एथलीट्स को पांच खेलों में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति होगी। ये खेल हैं : ट्रायथलॉन, एथलेटिक्स, वुशु, रोलर स्केटिंग और वेटलिफ्लिटिंग।
भारत एशिया ओलंपिक परिषद (ओसीए) के दक्षिण एशियाई क्षेत्र का सदस्य है और केवल सात देशों में से एक है जिसने एशियन गेम्स के सभी संस्करणों में भाग लिया है। भारत ने हर एशियन गेम्स में कम से कम एक स्वर्ण पदक जीता है और 1990 के संस्करण को छोड़कर, हमेशा पदक तालिका के शीर्ष 10 देशों में स्थान प्राप्त किया है। अब तक, भारत ने एशियन गेम्स में 139 स्वर्ण, 178 रजत और 299 कांस्य पदक जीते हैं और इस वर्ष पदक तालिका में उल्लेखनीय वृद्धि करने की कोशिश करेगा।
सोनी मीडिया को मिले प्रसारण के अधिकार
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (एसपीएन) ने नवंबर 2021 से सितंबर 2023 तक की अवधि के लिये 2022 एशियन गेम्स के एक्सक्लूसिव मीडिया राइट्स हासिल किये हैं। इस साझीदारी से एसपीएन को एशियन गेम्स के 19वें संस्करण को अपने स्पोर्ट्स चैनल पर दिखाने के एक्सक्लूसिव राइट्स मिल गये हैं। इसके साथ वे इसे पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल,अफगानिस्तान, भूटान और मालद्वीव जैसे उपमहाद्वीपों में भी इसका प्रसारण कर पायेंगे। यह उनके ओटीटी प्लेटफॉर्म सोनीलिव पर भी उपलब्ध होगा। इस डील से एसपीएन को पूरी अवधि के दौरान क्लिप्स तथा हाईलाइट्स तैयार करने के एक्सक्लूसिव राइट्स मिल गये हैं।
राजेश कौल, चीफ रेवेन्यू ऑफिसर, डिस्ट्रिब्यूशन एवं हेड- स्पोर्ट्स बिजनेस, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने कहा,“ऐसी उम्मीद है कि इस साल पूरे एशिया में 2022 एशियन गेम्स सबसे बड़ा मल्टी-स्पोर्टिंग इवेंट होने वाला है। हमें इस बात की खुशी है कि हमें भारत और उपमहाद्वीपों के लिये एक्सक्लूसिव मीडिया राइट्स मिले हैं। ओलंपिक्स गेम्स टोक्यो 2020 में भारतीय एथलीट्स के शानदार प्रदर्शन ने एक मजबूत आधार तैयार किया है और हमें दर्शकों के सामने एक और मार्की मल्टी-स्पोर्टिंग कार्यक्रम पेश करते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। इसमें टॉप भारतीय एथलीट्स हिस्सा लेते नजर आयेंगे। ई-स्पोर्ट्स और ब्रेकडांसिंग के शामिल होने के साथ, हमें बड़े पैमाने पर दर्शकों के आने की उम्मीद है। एशियन गेम्स में टी20 क्रिकेट फॉर्मेट के शामिल होने से इसमें कोई शक नहीं कि देश में उत्साह और ज्यादा होने वाला है।”
चेन वेइकियांग, एचएपीजीओसी के डिप्टी सेक्रेटरी जनरल और हांगझाउ शहर के वाइस मेयरने कहा,“19वां एशियन गेम्स हांगझाउ 2022 ऑर्गेनाइजिंग कमिटी (एचएजीओसी) ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) को भारत में 19वें एशियन गेम्स हांगझाउ 2022, के प्रसारण के लिये सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स के साथ साझीदारी करने के लिये बधाई देना चाहता है। हांगझाउ 2022 के लिये राइट-होल्डिंग ब्रॉडकास्टर की यह पहली साझीदारी है और इस तरह के आयोजन के लिये अधिकारों के वितरण में एक नये चरण की शुरूआत का प्रतीक है।”