फडणवीस ने शतरंज विश्व कप जीतने पर दिव्या को बधाई दी; परिजनों ने कहा कड़ी मेहनत रंग लाई [VIDEO]

WD Sports Desk
मंगलवार, 29 जुलाई 2025 (10:10 IST)
Divya Deshmukh : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने सोमवार को नागपुर की दिव्या देशमुख को फिडे महिला शतरंज विश्व कप 2025 (Fide Women's Chess World Cup) जीतने के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह इस शहर और राज्य के लोगों के लिए गर्व का क्षण है। फडणवीस ने नागपुर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महाराष्ट्र सरकार 19 वर्षीय ग्रैंडमास्टर को उनकी शानदार उपलब्धि के लिए सम्मानित करेगी।
 
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह बड़ी खुशी का क्षण है कि नागपुर और महाराष्ट्र की बेटी दिव्या देशमुख ने महिला विश्व कप जीता है और साथ ही ग्रैंडमास्टर का नॉर्म भी हासिल किया है। वह इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने वाली सबसे कम उम्र की शतरंज खिलाड़ी हैं।’’

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#Watch: Maharashtra CM @Dev_Fadnavis congratulated Divya Deshmukh over a video call following her victory at the 2025 FIDE Women’s World Cup♟️.#DivyaDeshmukh | #FIDEWorldCup pic.twitter.com/mDPU6pXFox

— All India Radio News (@airnewsalerts) July 28, 2025 >
दिव्या ने भारतीय खिलाड़ियों के फाइनल में सोमवार को अनुभवी कोनेरू हम्पी को टाई-ब्रेकर तक चले मुकाबले में हराकर विश्व कप का खिताब जीता। वह शतरंज खिलाड़ी महिला विश्व कप जीतने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गईं।
 
फडणवीस ने हम्पी को भी बधाई देते हुए कहा, ‘‘मैं हम्पी को भी बधाई देना चाहता हूं, क्योंकि वह भी बहुत अच्छी खिलाड़ी हैं। नागपुर और महाराष्ट्र के लोगों के लिए यह बड़े गर्व का क्षण है कि हमारी बेटी (दिव्या देशमुख) इतनी कम उम्र में ग्रैंडमास्टर बन गई है।’’
 
इस बीच, दिव्या देशमुख के परिवार के सदस्यों ने उनकी उपलब्धि की सराहना की और कहा कि उन्होंने परिवार, नागपुर, महाराष्ट्र और भारत को गौरवान्वित किया है।
 
इस चैंपियन खिलाड़ी की चाची स्मिता देशमुख ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम बहुत खुश हैं कि दिव्या ने हमारे परिवार, नागपुर और भारत को गौरवान्वित किया है। भारत ने इतने सालों बाद यह महिला शतरंज विश्व कप जीता है।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘हम भगवान को धन्यवाद देना चाहते हैं। उनके माता-पिता की इतने सालों की कड़ी मेहनत आखिरकार रंग लाई है।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी खुशी का ठिकाना नहीं है और हमारे खुशी के आंसू रुक नहीं रहे हैं। हम चाहते हैं कि दिव्या भविष्य में और अधिक सफलता प्राप्त करें और भारत को गौरवान्वित करें। हम उनके घर लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।’’  (भाषा)

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